शांतिग्राम वासियों की नगरपालिका से न्याय की गुहार
✍️ *मोनू सुरेश छीपा*
*द वॉइस आफ राजस्थान*
शाहपुरा,19 अप्रैल । नगरपालिका शाहपुरा द्वारा मास्टर प्लान में छेड़छाड़ कर सघन बस्ती के मध्य से 100 फिट रोड निकाले जाने हेतु आपत्ति दर्ज करवाने के लिए प्रकाशित आम सूचना संख्या 108-09 दिनांक 10.04 2023 पर शान्तिग्राम आवास कॉलोनी के निवासियों में भारी रोष है । नगरपालिका द्वारा पट्टे एवं निर्माण स्वीकृति प्राप्त कर कॉलोनी वासियों ने भवन निर्माण करवाया है। इस आवासीय कालोनी में अधिकांश नौकरीपेशा लोग निवास करते हैं ।सभी ने गृहनिर्माण हेतु बैंक से ऋण लेकर अपना आशियाना बनाया है ।अभी तो ऋण की राशि ही नहीं चुकायी गयी और पालिका प्रशासन ने बहुसंख्यक लोगों के घर उजाड़ने की योजना पर अमल शुरु कर दिया ।लोकतन्त्र का मूलमन्त्र ही बहुजन हित और सुख सम्पादन होता है । शान्तिग्राम कालोनी बरसों पुरानी है ।राज्य सरकार तो झुग्गी झोंड़ियों के पट्टे जारी कर उन्हें नियमित कर जनकल्याण हेतु तत्पर है और पालिका प्रशासन आपत्तियाँ आमन्त्रित कर बहुसंख्यक लोगों का मानसिक उत्पीड़न कर रहा है । शान्तिग्राम की आराजी संख्या 6538, 6539, 6540 एवं 6549 में लगभग 40 वर्षों से आवासीय कॉलोनी बसी हुई है। नगर पालिका द्वारा कॉलोनी का लेआउट पारित किया गया । इस ले-आउट में इस आराजी के मध्य कहीं कहीं पर भी 100फीट का रास्ता नहीं दिया गया है और न ही मास्टर प्लान 2031 के ले-आउट में कॉलोनी के मध्य सौ फीट का रास्ता अंकित है । मास्टर प्लान को लागू हुए 12 वर्ष बीत गए हैं ।राजस्व रिकार्ड, ले-आउट प्लान और मास्टर प्लान में स्वीकृत 100फीट का रास्ता आवागमन हेतु वर्षों से प्रयोग में आ रहा है ।वैध और बरसों से आवागमन के रास्ते को निरस्त कर सघन बस्ती के मध्य में नए सिरे से 100 फीट का रास्ता निकालने का सर्वे करवाया जाना नितान्त अन्याय पूर्ण एवं जन विरोधी निर्णय है । नगर पालिका के मास्टर प्लान में खानिया बालाजी के पास वाला राजस्व रेकार्ड का रास्ता ही मास्टर प्लान में सक्षम अधिकारियों द्वारा स्वीकृत, पारित और अनुमोदित है । किसी व्यक्तिविशेष को लाभ पहुँचाने की दृष्टि से शान्तिग्राम की उपर्युक्त आराजी संख्या के बीचों बीच नवीन प्रस्तावित रास्ता निकालना बस्तीवासियों के साथ घोर अन्याय है । ऐसी क्या आपातकालीन परिस्थिति पैदा हुई कि कालोनी के बिना भौतिक सत्यापन के ही सर्वे करवाया गया और आपत्तियाँ आमंत्रित की गयीं !कालोनीवासियों में से किसी भी व्यक्ति को सर्वे की जानकारी नहीं है । ऐसा लगता है कि सर्वे की कोरी कागजी कार्रवाई ही की गयी है ।
शान्तिग्राम संघर्ष समिति ने कालोनीवासियों के साथ हो रहे इस अन्याय की घोर भर्त्सना करते हुए नगरपालिका से यह माँग की है कि मास्टर प्लान के साथ छेड़छाड़ नहीं कर वर्षों से आवागमन के राजस्व रिकार्ड के खुलासा मार्ग को यथावत् रखें ।नगरपालिका अध्यक्ष श्री रघुनन्दन सोनी ने सभी बस्तीवासियों को सुनकर आश्वस्त किया कि शान्तिग्राम कालोनी निवासियों के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जायेगा।