*बेटी का जन्म होने पर मात-पिता ही नहीं उनके परिवार जनों को भी खुश होकर उत्सव मनाना चाहिए-महाराज*
-शिव महापुराण कथा के आठवें दिन
माता पार्वती जन्मोत्सव प्रसंग पर हुआ कथा का वाचन
शिवगंज,18 सितम्बर।नागौर के कथावाचक सुखदेव महाराज ने कहा कि बेटियों का जन्म होने पर उनके माता-पिता ही नहीं समस्त परिवार जनों को दुःखी होने की बजाय खुश होना चाहिए।बेटा-बेटी एक समान अर्थात बेटियों को कभी कम नहीं आंका जाना चाहिए।
राम स्नेही कथावाचक सुखदेव महाराज श्री केरलेश्वर महादेव मन्दिर परिसर में महादेव मंडली छावणी के तत्वावधान में आयोजित शिव महापुराण कथा के आठवें दिन सोमवार को माता पार्वती के जन्मोत्सव(प्राकट्य)प्रसंग पर कथा वाचन कर रहे थे।उन्होंने कहा माता
नैना व राजा हिमालय ने अपने घर पुत्री के जन्म को लेकर आद्यशक्ति देवी की आराधना-स्तुति की जिससे प्रसन्न होकर देवी ने वरदान दिया।नैना ने वरदान मांगा था इसलिए माँ भगवती जगदम्बा नैना के गर्भ में आई ,देवताओं ने भी गर्भ की स्थिति की तब समय आने पर बेटी बनकर पार्वती के रुप में जन्म लिया।
कथावाचक ने कहा कि राजा हिमालय साक्षात जगदम्बा को बेटी स्वरुप में पाकर धन्य हो गया।उन्हें सुख व शान्ति की अनुभूति हुई और इस खुशी में उत्सव मनाया गया।उन्होंने बीच-बीच में भजनों व जीपनोपयोगी बातों की प्रस्तुति देते हुए कहा कि कलयुग में जीवन यापन कर रहे लोगों को भी इससे शिक्षा लेनी चाहिए कि हमें बेटा-बेटी को समान रुप से देखकर बेटी का जन्म होने पर खुशी के साथ उत्सव मनाना चाहिए।
महाराज श्री ने कहा कि आजकल बेटियां भी बेटों से कम नहीं हैं।मीरा बाई ने भगवान श्री कृष्ण से प्रेम कर संसार में अपना नाम अमर किया।कर्माबाई ने भी भगवान कृष्ण को खिचड़े का प्रसाद जिमा दिया तो
अंतरिक्ष पर जाने वाली पहली भारतीय बेटी भी कल्पना चावला थी।
उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण मिलते हैं कि बेटियों ने भी अपना ही नहीं देश का भी नाम रोशन किया है।
महाराज ने कहा कि बेटियों को अच्छा पढ़ाओ-लिखाओ और संस्कारवान बनाओं वह जरुर आगे बढ़कर नाम कमायेगी।उन्होंने समाज को सीख दी कि शिक्षा-दिक्षा के बाद बेटियों का समय विवाह कर उनका घर बसाओ।विवाह समय पर नहीं होने से वे अपना घर नहीं बचा पाती,इस पर सभी को विचार करना चाहिए।
कथा के अंत में मातृशक्ति संगठन श्री महादेव महिला मंडल की ओर से अध्यक्ष श्रीमती उषा सोनी के नेतृत्व में महाराज श्री का भेंट पूजा के साथ पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया गया।
इस मौके पर महादेव महिला मंडल की अनेक सदस्य भी मौजूद रही।
कथा की आरती का लाभ पंचायत समिति के अतिरिक्त विकास अधिकारी श्याम सुन्दर सिंह व उनकी धर्मपत्नी सीता कंवर ने लिया।व्यासपीठ पर स्थापित देवताओं की
आरती के साथ मंत्र पुष्पांजलि अर्पित की गई।