नव कुंडिय श्री राम महायज्ञ में श्री राम दरबार व हनुमान जी का महाभिषेक किया!
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गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) स्थानीय श्री चिंता हनुमान जी मंदिर कोपरेटी मिल के सामने महंत श्री लवकुश दास जी महाराज के सानिध्य में चल रहे श्री राम महायज्ञ नव कुंड आत्त्मक श्रीराम महायज्ञ में आवाहित देवताओं का पूजन करके रामदरबार व हनुमान जी का महाभिषेक किया और सभी नवकुंडो में यजमानों ने हजारों आहुतियां दी और यज्ञाचार्य अमरदीप शास्त्री जी और सभी वैदिक ब्राह्मणो और यजमानो ने मिलकर महाआरती की व आचार्य जी ने यज्ञ का महत्व बताया कि ” अन्नाद्भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसम्भवः । यज्ञाद्भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्मसमुद्भवः” ।। अर्थात — प्राणी मात्र अन्नसे उत्पन्न होते हैं, अन्न वृष्टि से उत्पन्न होता है, वृष्टि यज्ञ से होती है और यज्ञ कर्मोंसे उत्पन्न होनेवाला है । कर्म समुदायको तू ब्रह्म से याने वेद से उत्पन्न और वेदको अविनाशी परमात्मा से उत्पन्न हुआ जान; अर्थात् सर्वव्यापी ब्रह्म सदा ही यज्ञ में प्रतिष्ठित है । इस दौरान कई श्रद्धा श्रद्धालु मौजूद थे!