बेटी ने की समाज के युवक से लव मैरिज,पिता ने जिंदा बेटी की शोक पत्रिका छपा बांटी, वायरल
भीलवाड़ा/ कहते हैं मां के पेट से करता भी पैदा हुए तो भी उसकी लेवे उसकी संतान ही होती है पिता के लिए भी चाहे औलाद कितनी गलती करने लेकिन औलाद औलाद ही रहती है और उसके लिए आशीर्वाद ही मुंह से निकलता है कभी बहुत अपवाद स्वरूप बद्दुआ भी दे देते हैं ।
लेकिन इसी जिंदा औलाद को मृत बताकर उसकी शोक पत्रिका कोई भी मां-बाप नहीं छपवाता और उसका सामाजिक रीति से जिंदे के ही मृत व्यक्ति की तरह कार्यक्रम नहीं करता है।लेकिन भीलवाड़ा में ऐसा एक मामला सामने आया है जहां एक पिता ने बेटी के द्वारा स्वजातीय( समाज के) लड़के से लव मैरिज करना इतना नागवार हुआ कि उन्होंने अपनी बेटी से सारे रिश्ते नाते ही नहीं तोड़े वरन उसकी जीवित होते हुए।
शोक पत्रिका छपवा कर उसकी कार्यक्रम के लिए समाज में वितरित तक कर दी यह शोक पत्रिका सोशल मीडिया पर उप वायरल हो रही है और चर्चा का विषय बनी हुई है।
यह घटना भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़ उपखंड के मंगरोप थाना अंतर्गत रतनपुरा गांव की है बताया जाता है कि रतनपुरा गांव में रहने वाले भेरूलाल लाठी(जाट) की पुत्री प्रिया जाट की मंगनी करीब 3 साल पहले दाथंल गांव निवासी ठेकेदार गोपाल जाट के पुत्र स्वजातीय ( समाज के ) से ही परिजनों द्वारा की गई थी और कुछ समय पहले ही पारिवारिक कारणों को लेकर उसकी मंगनी टूट गई ।लेकिन प्रिया जाट और उसके मंगेतर के बीच दिल का रिश्ता बातचीत का सिलसिला और प्यार नहीं टूटा दोनों ने परिजनों के खिलाफ उनके फैसले को नकारते हुए घर से भाग कर शादी कर ली जब ।
इस घटना की जानकारी प्रिया जाट के परिजनों को लगी तो उन्होंने हमीरगढ़ थाने में प्रिया के पति और उसके ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
इस पर पुलिस ने छानबीन की ओर उनको थाने पर बुलाया तब प्रिया जाट ने थाने में पहुंच कर दिए बयानों में कहा कि वह अपनी मर्जी से घर से गई है और वह बालिग होने के नाते अपनी मर्जी से अपना जीवनसाथी सुन सकती है ।
पुलिस ने उसके शैक्षणिक दस्तावेजों और मेडिकल के आधार पर जांच में पता किया तो पाया कि लड़की और लड़का दोनों बालिग है।
लड़की ने अपने पति के साथ रहने उसे पति के साथ जाने की इच्छा व्यक्त की इस पर पुलिस ने दोनों के बालिग होने पर उसे उसके पति के साथ ससुराल जाने की मंजूरी देते हुए स्वीकृति दे दी और मामला समाप्त कर दिया।
इधर प्रिया जाट के पिता और परिजनों का यह दांव फेल होने पर और पुलिस के सामने प्रिया द्वारा अपने पिता और परिजनों को पहचानने से इंकार करने पर खफा होकर प्रिया के पिता भेरु लाल जाट और उसके परिजनों ने प्रिया से सारे रिश्ते नाते ही नहीं तोड़े वरन अपनी उस बेटी को ही मृत बताकर एक शोक पत्रिका छपाई ।