मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री में एक्जिम बैंक एवं ईसीजीसी की कार्यशाला आयोजित
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) मोनु सुरेश छीपा एक्जिम बैंक की स्थापना 1981 में भारत सरकार की ओर से निर्यातकों को वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की लिए की गई थी। समय के साथ देश के वाणिज्यिक बैंक अब निर्यातकों को काफी वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध करा रहे है। एक्जिम बैंक ने अब कई नये विशेष तरह के लोन पैकेज विकसित किये है। जिसके तहत प्रोजेक्ट एक्सपोर्ट के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है जिसका पुनर्भुगतान विदेशी खरीदार से प्राप्त किया जाता है। भारतीय निर्यातकों द्वारा विदेशों में सब्सिडरी कंपनी स्थापना पर उन दूसरे देशों में स्थापित की गई सब्सिडरी कंपनी को भी वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। कई देश ऐसे है जहां के बैंकों की ओर से जारी की गई एल.सी. को भारत के बैंक डिस्काउंट करने में हिचकिचाते है या नही करना चाहते है, विशेष रूप से यह स्थिति नये निर्यात डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहे अफ्रीका के विभिन्न देशों के लिए है। ऐसी स्थिति में एक्जिम बैंक नये निर्यात डेस्टिनेशन के बैंकों की ओर से जारी की गई एलसी की काउण्टर गारंटी यहां के बैंकों को देता है। यह जानकारी एक्सपोर्ट इम्पोर्ट बैंक ऑफ इण्डिया मुम्बई की उपमहाप्रबंधक कुसुम सिंह ने मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री में गुरुवार को निर्यातकों के लिए आयोजित कार्यशाला में दी। एक्सपोर्ट क्रेडिट गारन्टी कॉपोरेशन ऑफ इण्डिया जयपुर के शाखा प्रबंधक आदित्य सिंह ने बताया कि ईसीजीसी का मुख्य उद्देश्य निर्यात क्रेडिट का इंश्योरेंस कराना है। वर्तमान में निर्यात में राजनीतिक रिस्क ज्यादा पैदा हो गई है। रशिया यूक्रेन युद्ध से कई देशों के लिए डॉलर में भुगतान नहीं कर पाने की समस्या भी उत्पन्न हुई है। ईसीजीसी इस तरह की राजनीतिक स्थितियों से उत्पन्न हुई रिस्क को पूरी तरह कवर करता है। नये निर्यात डेस्टिनेशन या नये बॉयर को निर्यात करने एवं क्रेडिट देने का साहस ईसीजीसी प्रदान करता है। कई निर्यातक ऐसा सोचते है कि ईसीजीसी कवर से निर्यात की लागत बढ़ जाती है। लेकिन इससे आपको नये निर्यात डेस्टिनेशन या नये बॉयर को निर्यात के अवसर की रिस्क उठाने का साहस पैदा होता है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मेवाड़ चैम्बर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ आरसी लोढा, मानद महासचिव आरके जैन एवं वरिष्ठ सदस्य वीके मानसिंगका ने पुष्प गुच्छ से अतिथियों का स्वागत किया।