*जिले के सीमांकन को लेकर शाहपुरा बंद*
*सरकार व एक मंत्री पर पक्षपात करने का आरोप*
*कल भी बंद रहेगा शाहपुरा*
*मंत्री लड्ढा के श्राप दंश आजतक झेल रहे शाहपुरावासी*
✍️ *मोनू सुरेश छीपा।द वॉइस आफ राजस्थान*
शाहपुरा- शुक्रवार को जिले के सीमांकन में हुरड़ा व गुलाबपुरा को शामिल नही करने को लेकर शाहपुरा संघर्ष समिति ने शनिवार को बंद का आव्हान किया था। जिसके तहत शनिवार को सभी व्यवसाइयों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर बाजार बंद में समर्थन किया। बंद के दौरान चाय की थड़ी, लारी वालों ने भी समर्थन भाग लिया।
बन्द के दौरान सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, हर समुदाय, जाती, वर्ग के लोग सड़कों पर उतर आए। लोग अलग अलग टोलियां बना कर सड़कों पर राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते दिखे।
*सरकार व मंत्री जाट पर पक्षपात करने का आरोप* प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर भेदभावपूर्ण नीति अपनाते हुए सीमांकन के अंतिम समय क्षेत्रवासियों विश्वासघात करने का आरोप मढ़ते हुए बताया कि शाहपुरा-बनेड़ा विधानसभा क्षेत्र में विधायक भाजपा के होने के कारण पक्षपात कर जिले में हुरड़ा व गुलाबपुरा को शामिल नही किया। प्रदर्शनकारियों ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट पर अंतिम समय में हुरड़ा गुलाबपुरा को भीलवाड़ा जिले में शामिल करने का भी आरोप लगाया।
*दूसरे दिन भी बंद रहेगा शाहपुरा* संघर्ष समिति के अर्पित ठठेरा ने कहा 7 अगस्त तक जिले के सीमांकन में संशोधन नही करवाया तो रविवार को शाहपुरा बंद रखते हुए। आंदोलन तेज किया जाएगा।
*मंत्री लड्ढा के श्राप दंश झेल रहे क्षेत्रवासी* शाहपुरा जिले की श्रेणी में आतो गया लेकिन नाममात्र का।
एक वरिष्ठ जन ने बताया कि कांग्रेस के नेता रामप्रसाद लड्ढा ने श्राप दिया कि शाहपुरा सदा पिछड़ा ही रहेगा, शाहपुरा के विकास को कभी पंख नही लग पाएंगे और वही श्राप दंश आज भी शाहपुरा के साथ समस्त क्षेत्रवासी भुगते, भगत रहे है आगे भी भुगते रहेंगे।
आपको बतादें की कई सालों पूर्व शाहपुरा में लोगों ने लड्ढा की कार जलाकर उनके साथ मारपीट की तभी से राजनीतिक गलियारों में शाहपुरा इस दंश को झेलता आ रहा है। विकास को लेकर समय समय पर हर क्षेत्र में शाहपुरा की उपेक्षा की गई और आज भी जिले के सीमांकन में उपेक्षा की गई है। इसे लेकर क्षेत्रवासियों में सरकार व मंत्री जाट के खिलाफ जोरदार गुस्सा देखा जा रहा है।