*” अनुभवी कैलाश मेघवाल ने इतना विवादास्पद बयान आखिर क्यों दिया ? “*
*- ओम कसारा ” ओमेंद्र “*
नब्बे साल के भाजपा नेता और शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल द्वारा अपनी ही पार्टी के केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को भ्रष्ट बताना इन दिनों खासी चर्चा का विषय बना हुआ है और राजनैतिक पंडित जोरदार मशक्कत करते हुए इस सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं कि कैलाश मेघवाल ने ऐसा बयान आखिर क्यों दिया ?
तो जैसा कि सभी जानते हैं , पिछले नौ सालों में हिंदुस्तान का समूचा विपक्ष लाख प्रयास करने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप साबित नहीं कर पाया है जिसके चलते भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव भ्रष्टाचार , परिवारवाद और तुष्टिकरण जैसे मुद्दों पर लड़ने के संकेत दिए है । ऐसे में अनुभवी कैलाश मेघवाल बखूबी जानते हैं कि अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंख की किरकिरी बनना है । इसके बावजूद उन्होंने ऐसा विवादास्पद बयान इसलिए दिया क्योंकि उन्हें शायद यह एहसास हो चुका है कि पिचहत्तर वर्ष से ज्यादा उम्र हो जाने के कारण भारतीय जनता पार्टी अब उन्हें शाहपुरा से विधानसभा प्रत्याशी नहीं बनाएगी । लिहाजा कैलाश मेघवाल ने लगभग बगावती तेवर दिखाते हुए यह भी कहा कि , ” वो टिकट मांगने पहले कहीं नहीं गए और इस बार भी कहीं नहीं जाएंगे , पार्टी टिकट देती है तो ठीक अन्यथा शाहपुरा की जनता यह तय करेगी कि उन्हें निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ना चाहिए अथवा नहीं । ” ऐसे में यदि कैलाश मेघवाल की यह आशंका सही साबित हो जाती है तो पिछले विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 74542 मतों से जीत हासिल करने वाले कैलाश यथासंभव अपना अंतिम चुनाव लड़ने से स्वयं को रोक नहीं पाएंगे और तब उनका मुकाबला भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल से हो सकता है ।
यहां विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने की स्थिति में अर्जुनराम मेघवाल को मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में से एक माना जा रहा है और देवनारायण की 1111वीं जयंती पर विगत 28 जनवरी को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालासेरी डूंगरी आए तब उस कार्यक्रम की तैयारियों के सिलसिले में अर्जुनराम मेघवाल ने भीलवाड़ा जिले के खूब दौरे किए थे । तभी से राजनैतिक गलियारों में यह कयास लगाए जाने लगे कि कैलाश मेघवाल का टिकट कटने की स्थिति में अर्जुनराम मेघवाल शाहपुरा से अपना भाग्य आजमा सकते हैं । यही वजह है कि ‘ बाढ़ आने से पहले ही पाल बांध देने ‘ की तर्ज पर राजनीति के माहिर खिलाड़ी कैलाश मेघवाल ने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से दो – दो हाथ कर लेने की गरज से अर्जुनराम मेघवाल पर करारे प्रहार शुरू कर दिए हैं । अब ऊंट किस करवट बैठता है यह तो टिकट की घोषणा के बाद ही पता चल पाएगा ।