*‼️राजस्थान भाजपा की पहली सूची और बग़ावत का इंतज़ार‼️*
*✒️सुरेन्द्र चतुर्वेदी*
*मध्यप्रदेश भाजपा में उम्मीदवारों की सूचियाँ ज़ारी हो चुकी है और बग़ावत भी।जिनको टिकिट नहीं मिला वे सभी ताल ठोंक कर पार्टी के विरोध में खड़े हो गए हैं। ऐसा लग रहा है कि उनके बाग़ी तेवर यदि ढीले नहीं किये गए तो पहले से मज़बूत कांग्रेस को और मज़बूती पत्तल में परोस दी जाएगी।*🥱
*मध्यप्रदेश की तरह राजस्थान में भी होने वाला है।राजस्थान भाजपा की पहली लिस्ट का एलान ही डायनमिक विस्फोट से होगा। जिन केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा की सीट्स के लिए टिकट दिए गए हैं उनके क्षेत्र में टिकिटों के असली दावेदार बरसों से चुनाव लड़ने की प्रतीक्षा में बैठे हैं। उनके हज़ारों समर्थक उनको विधानसभा में भेजने को बेताब हैं। ऐसे नेता ख़ुद भी अगर चुनाव लड़ें तो जीत के लिए आश्वस्त हैं।ऐसे में नाहक़ उनको चुनाव मैदान से हटाने पर वे इसे किसी हाल बर्दास्त नहीं कर पाएंगे।*😣
*पहली सूची आते ही राज्य में बवाल का मंचन तय है। भाजपा में जितने लोग जिन भी नेताओं के गुट में माने जाते हैं उनको उम्मीद है कि उनके गॉड फादर उनको टिकिट दिला कर ही दम लेंगे मगर इस बार जिस सख़्ती से जिताऊ उम्मीदवार बनाए जा रहे हैं उनकी हालत ये बाग़ी नेता खराब कर देंगे।*😴
*लिस्ट जारी होने से पहले ही बग़ावत की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है।जिन सांसदों को विधानसभाओं में लाया जा रहा है वहाँ के नेताओं ने एक साथ मिलकर विरोध करने का फ़ैसला लेना शुरू कर दिया है।कुछ भाजपाई ताक़तवर नेताओं ने तो दूसरी पार्टियों के साथ तालमेल बैठाना भी शुरू कर दिया है।*😨
*इधर कोलायत के देवी सिंह भाटी को भाजपा में ले लेने के बाद ज़ाहिर है कि उनको कोलायत से भाजपा की सीट भी दी जा रही है। ऐसे में आगे जो भी नेता भाजपा में वापसी लेंगे उनको टिकिट तो पार्टी को देनी ही पड़ेगी। पुख़्ता जानकारी मिली है कि अजमेर के जांबाज़ नेता भंवर सिंह पलाड़ा, विजय बंसल,रोहिताश्व शर्मा,रणधीर सिंह भिंडर सहित कुछ और ताक़तवर नेताओं को भाजपा में शामिल किया जा रहा है। ऐसे में यह तय है कि पार्टी इनको अपने अपने ज़िलों की किसी सीट पर एडजेस्ट करेगी। ऐसे में जिस क्षेत्र से जिसकी टिकिट कटेगी वह नेता भी बग़ावत का परचम उठाए बग़ैर नहीं रहेगा।*🤥
*कांग्रेस हो या भाजपा इस बार दोनों ही पार्टियों के असली उम्मीदवारों के सामने नक़ली बाग़ी नेता! समीकरण न केवल ख़राब करेंगे बल्कि कई मज़बूत तो निर्दलीय भी चुनाव लड़ेंगे। इनमें कई पार्टियां बदल कर मैदान में उतरेंगे तो कई सीधे।*👍
*मेरा क़यास है कि भाजपा में इस बार यदि टिकिट ज़मीन की ख़ुश्बू देखकर नहीं उतारे गए तो लगभग 10 नेता बग़ावत के माध्यम से विधायक बन कर लौटेंगे। यही हाल कांग्रेस का होना है।*😉
*हो सकता है मेरे इस ब्लॉग को पोस्ट करने तक भाजपा की पहली सूची घोषित ही कर दी जाए जिसमें लगभग सारे नाम दिग्गज़ों के ही होंगे।वसुंधरा राजे ,राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया, गजेंद्र सिंह शेखावत,किरोड़ी लाल मीणा ,राज्यवर्धन सिंह,अर्जुन मेघवाल, सुभाष मेहरिया, जोगेश्वर गर्ग, बालकनाथ, डीडवाना से ओम दास महाराज, दाना राम, गोवर्धन वर्मा, नारायण सिंह देवल,चन्द्र भान (चितौड़),अभिमन्यु सिंह राजवी,चौमू से रामलाल शर्मा, नवल गढ़ से विक्रम सिंह जाखड़, बानसूर से देवी सिंह शेखावत,सहित 50 उम्मीदवार शामिल हैं।*🙋♂️
*पचास उम्मीदवारों में से 35 विधानसभा क्षेत्र ऐसे है जहां पहले से लोगों को उनके नाम का इंतज़ार है मगर 15 क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ जो लोग अपना टिकिट फाइनल मान कर चल रहे थे उनकी जगह हाईकमान ने दूसरे नेताओं को बेताल बना कर पीठ पर लाद दिया है। ऐसे में इन क्षेत्रों में कोहराम मचना तय है।👍*
*जानकारी मिली है कि राजस्थान के कुछ नेताओं पर सूची घोषित होने के बाद सामने आने वाले विद्रोह से निबटने के लिए डैमेज़ कंट्रोल की ज़िम्मेदारी पहले से ही दे दी गई है।😇*
*यहाँ एक बात साफ़ कर दूं कि भाजपा हाईकमान सबसे ज़ियादा आज भी वसुंधरा राजे से डरा हुआ है। जो सूची उन्होंने हाईकमान को अपनी तरफ से जिताऊ होने की गारंटी देकर दी है उसमें से पहली सूची में शायद ही कोई हो। फिर भी पहली सूची से ही तय हो जाएगा कि वसुंधरा की चुनावों में क्या गणित रहेगी। यदि उनके लोगों को इरादतन हटा दिया गया तो भाजपा में भयंकर भूचाल आए बिना नहीं रहेगा। वसुंधरा की लिस्ट में राजस्थान के सर्वोच्च क़िस्म के मरजीवड़े नेता हैं।इनमें से बहुत से तो निर्दलीय होकर भी चुनाव जीत सकते हैं।*💁♂️
*पहली सूची यद्यपि वसुंधरा जी के सामने बनाई गई है मगर इनमें उनकी कितनी चली है यह तो तभी सामने आएगा जब सूची का ऐलान होगा।*🤷♂️
*पहली सूची में नाम चाहे कोई भी हों ,बग़ावत तय है।💯*