+ ज्योतिष और राजनीतिज्ञ आमने-सामने
+ जीत और सीएम पद पर दावे
+ भीलवाड़ा का ” कारोई ” ज्योतिषी गांव
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दो गणितज्ञ, सवाल एक और दोनों के उत्तर अलग-अलग। एक गणितज्ञ हैं ज्योतिष के, और दूसरे गणितज्ञ हैं राजनीति के। सवाल यह है कि राजस्थान में सीएम कौन बनेगा। कांग्रेस से या भाजपा से।एक तरफ ज्योतिषी कह रहे हैं कि वसुंधरा सीएम बनेंगी। दूसरी तरफ राजनीतिज्ञ कह रहे हैं कि कांग्रेस के अशोक गहलोत जोड़-तोड़ करके सरकार बना लेंगे। फिलहाल जयोतिषी यह कह रहे हैं कि राजस्थान में भाजपा जीतेगी। लेकिन एक सवाल है कि जो यह सटीक रूप से कहे कि यह होकर रहेगा वह ज्योतिष, और जो कहे कि यह संभावना है वह सिर्फ कयास। क्योंकि संभावना और योग यह अनुमान की बातें हैं जो कोई भी व्यक्ति कह सकता है। मौजूदा दौर में स्थित यह है कि ज्योतिष से ज्यादा सटीक जानकारी मौसम विभाग ही दे देता है, तथापि ज्योतिष एक ऐसा विषय है जिस पर अधिकांश लोग यकीन करते हैं और कई नहीं करते। क्योंकि अनेकों बार ऐसा हुआ है कि किसी ज्योतिषी ने जो कहा वह हुआ ही नहीं। लेकिन युगों-युगों से लोग इन्हीं के ईर्द गिर्द मंडराते आ रहे हैं।
+ राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक गांव है कारोई, इसे ज्योतिष गांव भी कहते हैं। चूंकि यहां सन् 2018 के चुनावों में और उससे भी पहले अनेक राजनीतिज्ञ यहां आते रहे हैं तथा आते रहते हैं, इसीलिए इसे ज्योतिष गांव कहते हैं। 2018 के चुनावों में स्मृति ईरानी यहां के ज्योतिषाचार्य पंडित भंवरलाल के पास आईं और अपनी राजनीतिक ताकत के बारे में गुफ्तगू की। उनसे पहले प्रतिभा पाटिल भी यहां इसी चक्कर में आ चुकी हैं जब वे राजस्थान की राज्यपाल थीं।इनके अलावा वसुन्धरा राजे और राजनाथ सिंह जैसे पहुंचे हुए नेता भी आ चुके हैं। अब इनकी ज्योतिष कितनी सटीक उतरती है यह ये लोग ही जानें। लेकिन एक प्रश्न है कि यदि ये सटीक भविष्यवाणी कर सकते हैं तो क्यों नहीं बता देते कि राजस्थान में किसकी सरकार बनेगी और सीएम कौन बनेगा।इसके अलावा 2024 में देश का पीएम कौन बनेगा।
+ ज्योतिष में संभावनाओं को कोई स्थान नहीं होता, संभावनाएं सिर्फ एक कयास हैं और कयास आम आदमी भी लगा सकता है और जो संभावना की बात करता है वह ज्योतिष नहीं हो सकता। ज्योतिषी के नाम पर ये सब चांदी कूटने की दुकानों से ज्यादा कुछ नहीं। एक साल पहले किसी ज्योतिषी ने ऐलान किया था कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले साल अरविंद केजरीवाल को भी एक ज्योतिष ने कहा था कि गुजरात में सौ फीसदी आप पार्टी सरकार बनाएगी लेकिन वहां भी ऐसा नहीं हुआ, उल्टा आम आदमी पार्टी की ज़मानत ही जब्त हो गई। अफसोस कि केजरीवाल जैसे पढ़े-लिखे लोग भी ऐसे फैंकुओं के चक्कर में आ गए, आश्चर्य है।
+ यद्यपि अभी ब्यावर के एक दिलीप नाहटा नामक ज्योतिषी ने कहा है कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में मोदी जी और योगी आदित्यनाथ का जादू चलेगा। यहां मोदी जी तक तो बात समझ में आती है लेकिन योगी का राजस्थान में मोदी जैसा प्रभाव, यह गले नहीं उतरता। चूंकि दोनों के प्रभाव में जमीन-आसमान का अंतर है। यहां नाहटा यह भी कह रहे हैं कि वसुंधरा राजे के सीएम बनने के योग हैं। योग क्या होते हैं ॽ योग मतलब संभावना, और संभावना तो आम आदमी भी व्यक्त कर सकता है, फिर ज्योतिष क्या हुआ। यह तो कयास हो गया। जबकि एक्जेक्ट पोल और राजनीति के जानकार यह कह रहे हैं कि भाजपा जीतती है तो भी वसुन्धरा सीएम नहीं बनेगी। यहां ये श्योर कह रहे हैं जबकि नाहटा योग की बात कह रहे हैं जो कि एक संभावना के अतिरिक्त कुछ नहीं।
+ जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार, राजनीति के जानकार तथा राजस्थान पत्रिका के संपादक रहे महेश झालानी का भी यही कहना है कि भाजपा जीत जाती है तो भी वसुंधरा सीएम नहीं बनेगी। बल्कि कांग्रेस की हालत डांवाडोल होने पर भी अशोक गहलोत तोड़फोड़ कर लेंगे चूंकि वे राजनीति के कुशल कूटनीतिज्ञ हैं। अब देखें कि दिलीप नाहटा की गणित सही कहती है या राजनीति के इन जानकारों की।
+ इधर मतदान संपन्न होते ही वसुन्धरा राजे देवरे धोकने चली गई। वे पहले प्रतापगढ़ के गोमतेश्वर मंदिर गई और वहां शीश नवाया। इसके तत्काल बाद वे बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन लाभ लेने चल दी। वे जब भी दुविधा में होती हैं यहां चली आती हैं। वे 2018 में मोदी जी से संबंध खराब होने के बाद से वे कई बार त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन करने जा चुकी हैं लेकिन चार साल बीत गए, संबंध नहीं सुधरे, लेकिन फिर भी वे जा रही हैं। राजे के साथ निम्बाहेडा के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी तथा बांसवाड़ा एवम् प्रतापगढ़ के मौजूदा उम्मीदवार भी चल दिए और वहां जाकर उन्होंने भी शीश नवाया।
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