*🍁5️⃣1️⃣6️⃣ मधुमेह: जानिए डाबटीज (शुगर) के लक्षण, प्रकार, कारण, बचाव के तरीके और उपचार:*
*🔹मधुमेह कैसे होता है:*
*जब हमारे शरीर के पैंक्रियाज में इंसुलिन का पहुंचना कम हो जाता है तो खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। इस स्थिति को डायबिटीज कहा जाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो कि, पाचक ग्रंथि द्वारा बनता है। इसका कार्य शरीर के अंदर भोजन को एनर्जी में बदलनें का होता है। यही वह हार्मोन होता है जो हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करता है। मधुमेह हो जाने पर शरीर को भोजन से एनर्जी बनानें में कठिनाई होती है। इस स्थिति में ग्लूकोज का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।*
*🔹मधुमेह के प्रकार:*
*इसमें वंशानुगत को टाइप-1 और अनियमित जीवनशैली की वजह से होनें वाले मधुमेह को टाइप-2 श्रेणी में रखा जाता है।*
*पहली श्रेणी के अंतर्गत वह लोग आते हैं जिनके परिवार में माता-पिता, दादा-दादी में से किसी को मधुमेह हो तो परिवार के सदस्यों को यह बीमारी होनें की संभावना अधिक रहती है।*
*इसके अलावा यदि आप शारीरिक श्रम कम करते हैं, नींद पूरी नहीं लेते, अनियमित खानपान है और ज्यादातर फास्ट फूड और मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है।*
*🔹मधुमेह से बड़ा खतरा:*
*डायबिटीज के मरीजों में सबसे ज्यादा मौत हार्ट अटैक या स्ट्रोक से होती है। जो व्यक्ति डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा आम व्यक्ति से पचास गुना ज्यादा बढ़ जाता है। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़नें से हार्मोनल बदलाव होता है और कोशिशएं क्षतिग्रस्त होती हैं जिससे खून की नलिकाएं और नसें दोनों प्रभावित होती हैं। इससे धमनी में रुकावट आ सकती है या हार्ट अटैक हो सकता है। स्ट्रोक का खतरा भी मधुमेह रोगी को बढ़ जाता है। डायबिटीज का लंबे समय तक इलाज न करनें पर यह आंखों की रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे व्यक्ति हमेंशां के लिए अंधा भी हो सकता है।*
*🔹मधुमेह के लक्षण:*
*▪️ज्यादा प्यास लगनां*
*▪️बार-बार पेशाब का आनां*
*▪️आँखों की रौशनी कम होनां*
*▪️कोई भी चोट या जख्म देरी से भरनां*
*▪️हाथों, पैरों और गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म*
*▪️बार-बर फोड़े-फुंसियां निकलनां*
*▪️चक्कर आनां*
*▪️चिड़चिड़ापन*
*🔸मधुमेह से बचाव के यह कुछ उपाय आपके काम आएंगें:*
*अपने ग्लूकोज स्तर को जांचें आपकी उम्र के अनुसार शरीर में 100 जोड़ कर ग्लूकोज की मात्रा होनी चाहिए जो एक स्टैण्डर्ड है अर्थात भोजन से पहले यह 120 और भोजन के बाद 150 से ज्यादा है तो सतर्क हो जाएं। हर तीन महीने पर HbA1c टेस्ट कराते रहें ताकि, आपके शरीर में शुगर के वास्तविक स्तर का पता चलता रहे। उसी के अनुरूप आप डॉक्टर से परामर्श कर उचित इलाज लें।*
*DIP डाइट से मधुमेह जड़ से खत्म हो जाती है।*
*🔸मधुमेह उपचार के तरीके:*
*🔹1. अपनीं जीवनशैली में बदलाव करें और शारीरिक श्रम करनां शुरू करें। योग नहीं कर सके तो दिन में तीन से चार किलोमीटर तक जरूर पैदल चलें या फिर योग करें।*
*🔹2. कम कैलोरी वाला भोजन खाएं। भोजन में मीठे बिलकुल खत्म कर दें। सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, इसके अलावा फाइबर का भी सेवन करनां चाहिए।*
*🔹3. दिन में तीन समय खानें की बजाय उतनें ही खाने को छह या सात बार में खाएं।*
*🔹4. धूम्रपान और शराब का सेवन कम कर दें या संभव हो तो बिलकुल छोड़ दें।*
*🔹5. नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराते रहें और शुगर लेवल को रोजाना मॉनीटर करें ताकि वह कभी भी लेवल से ज्यादा नहीं हो। एक बार शुगर बढ़ जाता है तो उसके लेवल को नीचे लानां काफी मुश्किल काम होता है और इस दौरान बढ़ा हुआ शुगर स्तर शरीर के अंगों पर अपनां बुरा प्रभाव छोड़ता रहता है।*
*🔹6. मधुमेह रोगियों को अपनें भोजन में करेला, मेथी, सहजन, पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रौकोली, टमाटर, बंद गोभी और पत्तेदार सब्जियों को शामिल करनां चाहिए।*
*🔹7. फलों में जामुन, नींबू, आंवला, टमाटर, पपीता, खरबूजा, कच्चा अमरूद, संतरा, मौसमी, जायफल, नाशपाती को शामिल करें। आम, केला, सेब, खजूर तथा अंगूर नहीं खानां चाहिए क्योंकि, इनमें शुगर ज्यादा होती है।*
*🔹8. मेथी दाना रात को भिगो दें और सुबह प्रतिदिन खाली पेट उसे खानां चाहिए।*
*🔹9. खानें में बादाम, लहसुन, प्याज, अंकुरित दालें, अंकुरित छिलके वाला चना, सत्तू और बाजरा आदि शामिल करें तथा आलू, चावल और मक्खन का बहुत कम उपयोग करें।*
*🔴अस्वीकरण*
*मैं अपनें किसी भी हेल्थ मैसेज का 100% सही होनें का दावा नहीं करता। इस टिप्स से काफी लोगों को फायदा हुआ है। कृपया आप किसी भी हेल्थ टिप्स पर अपनें ऊपर प्रयोग करनें से पूर्व अपनें वैद्य से राय लेवें।*
*🍁राजीव जैन*
*अध्यक्ष*
*बाल सेवा समिति, भीलवाड़ा*
*94141-13203*