*अब तो “झंडे की सुध” लीजिए…..*
– *न्यास के दो IAS झंडाबरदार. फिर भी…*
*सुशील चौहान*
भीलवाड़ा. अब उसे *नेहरू गार्डन* कहो या *लव गार्डन*. *पहचान उसकी तिरंगा* है. हर आते जाते के मन को भाता है। देश प्रेम की भावना जगाता है। लेकिन शायद *नगर विकास न्यास* को इससे *वास्ता* है. कारण विगत लंबे समय से यहां लहराया रहने वाला तिरंगा *गायब* है। तिरंगे को देखने की हसरत रखने वालों को यहां केवल डंडा ही दिखाई देता है। झंडा तो है ही नहीं, दिखे कैसे, कहने को तो न्यास में अध्यक्ष जिला कलेक्टर है और सचिव भी IAS अभिषेक खन्ना. दो दो IAS फिर भी निगरानी की चूक।शहर वासियों को समझ नहीं आ रही।
पूरे देश ने लोकतंत्र का पर्व भी मना लिया। तीन राज्यों में मुख्यमंत्रियों ने शपथ भी ले ली। हमारे सूबे के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी पद भार ग्रहण कर लिया। मगर न्यास के अधिकारी और तिरंगे के लिए जिम्मेदार अधिकारी तथा हमारे विधायक का ध्यान नेहरू उद्यान की ओर जाता ही नहीं। काफी समय से नेहरू उद्यान से शहर की शान माने जाने वाला तिरंगा गायब हैं।
लगभग *एक माह* बाद *गणतंत्र दिवस* भी हैं अब देखना हैं कि तिरंगा लहराएगा या नहीं
लाखों रुपए खर्च करने के बाद केवल और केवल झंडे का पोल ही नजर आ रहा हैं। इस रास्ते से रोजाना हजारों राष्ट भक्त गुजरते हैं मगर किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि आख़िर शहर की आन बान और शान माने जाने वाले तिरंगा कहां चला गया?
न्यास के जिस व्यक्ति को इसकी सार संभाल की ज़िम्मेदारी दी । उनके सिर पर तो विधायक बनने का भूत संवार हुआ और जोश ही जोश में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद आज दिन तक न्यास के आला अधिकारियों ने तिरंगे के सार संभाल की ज़िम्मेदारी शायद किसी को नहीं सौंपीं।
कई दफा इस उद्यान से तिरंगा गायब हुआ,कभी फटा। *मैंने* कई बार तिरंगे के बारे में लिखा तो न्यास प्रशासन ने थोड़ी जागरुकता दिखाई और तिरंगा लहराया। कुछ दिन बाद वो ही *ढाक के तीन पात* वाली कहावत चरितार्थ हुई। तिरंगे की सुध लेना भूल गए *मैंने अपने कालम* में जब जब भी तिरंगे की याद दिलाई। तो लहरा दिया तिरंगा। मुझे लगता हैं कि न्यास के अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय ध्वज उनके काम का हिस्सा नहीं हैं। जब जब भी तिरंगा फटा तो *मैंने ध्यान दिलाया उस समय न्यास ने सामाजिक संगठनों व अन्य लोगों से तिरंगे के लिए टेंडर आमंत्रित किए तीन तिरंगे खरीदें भी एक बार तो लहराया लेकिन अब लहराने की सुध नहीं हैं किसी को*।
इस सम्बन्ध न्यास के सचिव से उनके मोबाइल 92052-19792पर जानकारी लेनी चाहिए तो रिसीव नहीं किया।
*स्वतंत्र पत्रकार*
*पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका,भीलवाड़ा*
*वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब, भीलवाड़ा*
*Sushil Chouhan [email protected]*