चैयरमेन देवीलाल के कार्यकाल मे घर- घर बन गया डपिंग यार्ड
( प्रशासन की सुस्ती के कारण नगरवासी बदबू मे जीने को मजबूर )
अमित बागौरा/ रामगंजमंडी। नगरपालिका के कई नागरिकों का कहना है कि पालिका गेट पर आई लव रामगंजमंडी का बोर्ड लगाने से विकास नही हो जाता है। यह तो सच है कि रामगंजमंडी की धरती पर रहने वाला महिला पुरुष बुजुर्ग, बच्चा ओर युवाजन अपनी भूमि से बेहताशा मोहब्बत करेगा ही चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान इसमे कोई अतिश्योक्ति नही है। लेकिन सच्ची आत्मीयता तो तब होगी जब लोगो की समस्या दूर होगी। लोगो ने कई दिनों से बनी समस्या पर बोलते हुए कहा कि नगरपालिका के नौसीखिया चैयरमेन देवीलाल सैनी से एक मामूली डंपिंग यार्ड की जगह का चिन्हीकरण नही हो पाया है। रामगंजमंडी के जनसमुदाय का कहना है हमारे घर मे हि कई दिनों का कचरा इकट्ठा हो गया है।लोगो ने पालिका प्रशासन का मजाक बनाते हुए कहा कि हमारा घर कूड़ादान बनता जा रहा है।जिससे बदबू के साथ – साथ बीमारिया पनपने के पूर्ण आसार बनते जा रहे है। लोगो ने कहा कि एक तरफ देश मे मिसाल क़ायम कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एसबीएम मिशन की नगरपालिका प्रशासन के द्वारा डपिंग यार्ड की समस्या का निदान ना करते हुए धज्जियाँ उड़ाई जा रही है।रामगंजमंडी के हजारों घरो के लोग गणतंत्र दिवस के पूर्व से हि घरो के बहार कचरे की गाड़िया बंद होने से लोग घरो मे कचरा इकट्ठा करने को विवश है। यह विवशता का बिज नगरपालिका मे बैठे नौसीखिया चेयरमैन देवीलाल सैनी व सुस्त अधिशाषी अधिकारी दीपक नागर की कमजोर कार्यशेली को दर्शा रहा है।कि इन्हे कार्य करने का तरीका व जनता की समस्याओ से कोई सरोकार नही है। नही तो क्यों नही हुआ डपिंग यार्ड का समाधान ? इधर लोगो ने चर्चा करते हुए कहा कि जनरल की सीट पर ओबीसी सीट के नकारा चैयरमेन देवीलाल सैनी के कार्यकाल को तीन वर्ष पूर्ण हो चुके है इनका राजनीति करियर जीरो है लेकिन चर्चा का विषय यह है कि रामगंजमंडी के कुछ कांग्रेस नेताओं ने शायद मलाई खाने के चक्कर मे जीरो को हीरो बना दिया गया था। जिसका खामियाजा दो साल ओर रामगंजमंडी की जनता को भुगतना पड़ेगा।