*शाहपुरा में फूलडोल महोत्सव हुआ आगाज*
*गाजेबाजों के साथ निकली अणभैवाणीजी की शोभायात्रा*
*252 वर्षों से शाहपुरा में धुलेंडी के दिन नही खेला जाता रंग*
*संत व पवित्र धाम दर्शन से मोक्ष की प्राप्ति होती है-स्वामी रामदयाल*
*कैमरे की नजर में मेला, पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित*
*विभागीय अधिकारी दिखे सतर्क*
मोनू सुरेश छीपा।द वॉइस आफ राजस्थान
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में रामस्नेही संप्रदाय के वार्षिक फूलडोल के मुख्य महोत्सव का आगाज मंगलवार को गाजेबाजों के साथ राममेडिया से निकली अणभैवाणी की शोभायात्रा के साथ हुआ।
यह महोत्सव छह दिन चलेगा। रामानिवास धाम में दिनभर संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्य के दर्शन करने के साथ आर्शीवाद प्राप्त करने वालों की कतार लगी। महोत्सव के दौरान देशभर के रामस्नेही संत एक साथ शाहपुरा में एकत्र हो रहे है।
मंगलवार को परंपरा के मुताबिक राममेडिया से अणभैवाणी की शोभायात्रा गाजेबाजों के निकाली गई। सैंकड़ों अनुयायी इस शोभायात्रा में शामिल होते हुए अणभैवाणीजी का पाठ वाचन करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा रामनिवास धाम पहुंचने पर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। यह शोभायात्रा 6 दिनतक प्रतिदिन निकाली जायेगी।
*संत व पवित्र धाम के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है* इससे पूर्व रात्रि में जागरण की परंपरा के अनुसार आचार्यश्री संतो के साथ शोभायात्रा के रूप में सूरजपोल से रवाना होकर रामनिवास धाम में स्थित रामकोठी परिसर में बनाए गए विशाल धर्मसभा पांडाल में पंहुचे। पगमंडे बिछाकर बैंडबाजों के साथ विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इस मौके पर आचार्य ने भक्त प्रहलाद चरित्र पर व फूलडोल महोत्सव पर प्रकाश डाला। रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्य रामदयाल महाराज ने फूलडोल महोत्सव को रामस्नेही अनुरागियों का महाकुभ बताते हुए कहा कि यहां आकर संत दर्शन, धाम दर्शन करके तथा भजन आराधना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
*300 अस्थायी दुकानों का निर्माण*
नगरपालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने बताया कि पालिका ने मेले परिसर में अस्थाई 300 दुकानों का निर्माण कराया। पालिका द्वारा आयोजित मेले में आने वालों के श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए सभी दिन सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम सहित कवि सम्मेलन कार्यक्रम रखें, पालिका द्वारा अलगोचा, मुंछ प्रतियोगिता के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाये जारहे है। इसके अलावा डोलर चकरी वालों सहित अन्य मनोरंजन के साधनों का उत्साह बना हुआ है। इस अवसर पर रामनिवास धाम परिसर को आकर्षक साज सज्जा से सजाया गया है। मुख्य द्वार से लेकर सूरजपोल, बारादरी, लाल चैक, आचार्य स्मारक, आदि को विद्युत साज सज्जा से सजाया गया है। देश विदेश से यहां पंहुचने वाले भक्तजन बतातें हैं कि वे हर वर्ष यहां फूलडोल महोत्सव में आकर सुखद शांति की अनुभूति करते हैं तथा धाम व संतो के दर्शन करने से उनको असीम आनंद की अनुभूति होती है।
*कंबल बनी आकर्षण का केंद्र* रामनिवास धाम में महोत्सव के दौरान विशेष आकर्षण का केन्द्र बिंदु बारादरी में रखी काली कंबल बनी हुई है। यह काली कंबल महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज के देवलोकगमन पर हुए दाह संस्कार के समय भी सुरक्षित रही थी। इस कंबलजी को वर्ष में केवल एक बार ही फूलडोल महोत्सव के अवसर पर भक्तजनों के दर्शनार्थ रखा जाता है।
*कैमरे की नजर में मेला* सुरक्षा के लिहाज से पालिका ने सम्पूर्ण मेले परिसर में कई सीसीटीवी कैमरे लगाते हुए परिसर को तीसरी आँख की जद में रखा।
*पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित* सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा, एसडीएमपुनीत कुमार गेलड़ा, पुलिस उपाधीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा, तहसीलदार रामकिशोर जांगिड़, थानाधिकारी राजकुमार नायक कि अगुवाई में मेला परिसर में पुलिस ने अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित किया। थानाधिकारी राजकुमार नायक ने बताया कि जिला मुख्यालय, पुलिस लाइन व कई थानों से सैकडो पुलिस के जवान मेले में तैनात है। रामनिवास धाम में भी अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की गई।
*252 वर्षो से शाहपुरा में धुलंडी के दिन नही खेला जाता रंग* आज जब पूरा देश होली के सतरंगे रंगो में सरोबार रहा वहीं मंगलवार को शाहपुरा में इस महोत्सव के चलते लगभग 252 वर्षों से धुलंडी के दिन रंग नहीं खेला गया। इसमें देश विदेश से कई असंख्य लोग रामस्नेही संप्रदाय के संस्थापक महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज की अणभैवाणी की शोभायात्रा के संग रामनाम सुमिरन व निर्गुणी भजन गायन में व्यस्त रहे।
*अलगोचा प्रतियोगिता* मंगलवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मुस्ताक खान, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी भानु प्रताप सिंह की उपस्थिति तथा पार्षद निर्णायक कमेटी की अगुवाई में अलगोचा प्रतियोगिता आयोजित हुई।
*विभागीय अधिकारी दिखे सझक* उपखण्ड अधिकारी गेलड़ा के निर्देशों की अनुपालना में नगर के कई विभागीय अधिकारी मेले को सफल बनाने के लिए सजक दिखे।
अजमेर विधुत वितरण निगम के अधिकारी धर्मराज बैरवा ने सम्पूर्ण नगर सहित मेले व रामनिवासधाम परिसर में विधुत व्यवस्था को सुचारू व व्यवस्थित बनाये रखने की कमान संभाल रखी है।