जैनाचार्य विजयराज महाराज का चातुर्मास रतलाम होगा, हुरडा में हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिया आशीर्वचन!
======
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) जैनाचार्य श्री विजयराज महाराज का चातुर्मास रतलाम में होगा!
जैनाचार्य के साथ उपाध्याय प्रवर जितेश मुनि का भी रतलाम घोषित! देश भर में विचरण कर रहे संत सती वर्ग के वर्षा वासों की घोषणा, हुरडा में हजारों श्रद्धालुओं ने गुरु भगवंतो के दर्शन कर लिया आशीर्वचन! जैन जगत की दिव्य विभूति प्रवचन प्रभाकर संयम सुमेरू जैनाचार्य प्रवर श्री विजयराज जी म सा का आगामी चातुर्मास मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में होगा उनके साथ संघ के उपाध्याय प्रवर श्री जितेश मुनि जी का भी चातुर्मास होगा।
श्री अखिल भारतीय साधुमार्गी शांत क्रांति जैन युवा संघ के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री प्रकाश जैन ने बताया कि उक्त आशय की घोषणा स्वयं जैनाचार्य प्रवर श्री विजयराज महाराज ने एक विराट धर्म सभा में देश भर से आए हजारों श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं के मध्य की। घोषणा का वंदे वीरम वंदे वीरम से हुआ स्वागत,
जैसे ही नानेश पट्टधर जैनाचार्य प्रवर श्री विजय गुरुदेव ने अपने मुखारविंद से अपने आगामी चातुर्मास की घोषणा रतलाम में की पूरा पंडाल प्रभु महावीर नाना गुरु विजय गुरु की जय जयकारों से गूंज उठा तो घोषणा का वंदे वीरम वंदे वीरम हर्ष हर्ष जय जय के उदघोषो से स्वागत कर श्रद्धालुओं ने वंदन नमन कर अभिनंदन किया। जैनाचार्य प्रवर अपने शिष्य समुदाय सहित ग्राम हुरडा में एक सप्ताह से प्रवासरत है। देश भर में जैन धर्मालंबियो में उनके आगामी चातुर्मास जयपुर उदयपुर ब्यावर होने के कयास व संभावना लगाई जा रही थी।लेकिन जैनाचार्य ने सभी के कयासों पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए समस्त आगारों के साथ रतलाम वर्षावास करने की घोषणा कर श्रद्धालुओं को अचंभित कर दिया। जैनाचार्य प्रवर के इस छोटे से गांव में होली चार्तुमास को लेकर पूरे गांव में उत्साह नजर आया। गांव में मेले जैसा नजारा लगा। जैनाचार्य प्रवर के दिव्य दर्शनों व उनकी एक झलक पाने को श्रद्धालु खूब आतुर दिखे।
जैनाचार्य प्रवर ने संघ के वरिष्ठ संत प्रेम मुनि का सुरत,संत पारस मुनि का मंदसौर, विनोद मुनि का दिल्ली पश्चिम,संत नवीनप्रज्ञ मुनि व वरिष्ठ महासती सूर्यकांताश्री का उदयपुर, वरिष्ठ महासती प्रभावती श्री का रतलाम,वरिष्ठ महासती वसुमतीश्री का फतहनगर, महासती पुष्पावतीश्री का बीकानेर, महासती पारसकंवरश्री का सरवानिया महाराज, महासती विजय लक्ष्मीश्री का केकड़ी, महासति राजश्री का ब्यावर,महासती नेहाश्री का जयपुर, महासती मृदुलाश्री का ताल,महासती मयंकमणिश्री का सुरत, महासती स्वर्णप्रभाश्री का बैंगलोर,महासती रेखाश्री का नागदा व महासती वैभवश्री का छनेरा मध्य प्रदेश चतुर्मास की घोषणा की गई।
संघ के प्रवक्ता मनीष जैन के अनुसार संयम सुमेरू जैनाचार्य प्रवर ने महावीर जयंती पुर (भीलवाड़ा) व आखातीज के पारणा महोत्सव की स्वीकृति चितौड़गढ़ संघ को दी। वहीं संघ के गणाधिपति श्री शांति मुनि महाराज की पहली पुण्य तिथि पर उनके सांसारिक गांव भदेसर में एक दिव्य महोत्सव के रूप में मनाने की घोषणा की।
होली चार्तुमास के इस मौके पर देश के विभिन्न कोनों से हजारों श्रावक श्राविकाओं के संघ के प्रमुखों ने शिरकत की।