*भगवान की भक्ति, अच्छे संस्कारों से मिलती है जीवन मे शांति-स्वामी श्री अर्जुन जी महाराज*
✍️ *मोनू सुरेश छीपा*
*द वॉइस आफ राजस्थान
विश्व प्रसिद्ध गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल पोईचा के स्वामी अर्जुन जी महाराज का भीलवाड़ा आगमन हुआ
भगवान की भक्ति, अच्छे संस्कारों से मिलती है जीवन मे शांति-स्वामी श्री अर्जुन जी महाराज
सनातन संस्कृति को बचाना है तो गुरुकुल की पुनर्स्थापना करनी होगी
भीलवाडा 9 अप्रैल विश्व प्रसिद्ध गुजरात के प्रमुख धार्मिक स्थल नीलकंठ धाम पोईचा (स्वामी नारायण संस्थान ) के स्वामी अर्जुन जी महाराज आज गुजरात से जयपुर होते हुए भीलवाड़ा पहुंचे
राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष भाजपा जिला प्रवक्ता कैलाश सोनी ने उनकी आगवानी की
स्वामी अर्जुन जी महाराज आज भीलवाड़ा में कॉलेज रोड पर स्थित कुंज बिहारी जागेटिया प्रेमलता जागेटिया के निवास पर प्रातः 10 बजे पधारे वहां पर ठाकुर जी की आरती कर भोग लगाकर भक्तों को उपदेश दिया कि
गृहस्ता के बच्चों को शब्द उपदेश देना युवाओं का मार्गदर्शन कर जीवन विकास करना और संसार के सभी बुजुर्ग लोग का जीवन पथ दर्शन करना है संतों का मुख्य कर्तव्य है इससे हमारे गुरु जी का आदेश ही हमारे भगवान का आदेश है जैसे गृहस्थ हमारी अन्न वस्त्र देकर हमारी सेवा करते हैं इसी प्रकार संतों को भी रास्ता दिखाना लोगों की गृहस्थी भक्तों की बातचीत से सेवा करना उनको ज्ञान उपदेश करना और उनका जीवन का उच्च प्रदर्शन करना है संतों का मुख्य कर्तव्य है नरेंद्र मोदी आदित्य नाथ योगी हमारे देश को बहुत आगे ले जा रहा है हमारा देश का उन्नत विकास कर रहे हैं और हमारे देश की पूरे विश्व में शान बढ़ा रहे और साथ-साथ हमारी संस्कृति भारतीय हिंदू संस्कारों का भी जतन रक्षण और पोषण कर रहे तो हमारे लिए और हमारे देश के लिए गौरव की बात है संतों का भी मुख्य कर्तव्य देश के विकास में युवाओं को प्रेरित करना बच्चों को अच्छी शिक्षा देना और अच्छे संस्कार देना संतों का कर्तव्य है
आज से 75 साल पहले हमने गुरुकुल की स्थापना की है जो हमारी प्राचीन गुरुकुल परंपरा को अंग्रेजों ने नष्ट कर दिया था गुरुकुल परंपरा का मुख्य कर्तव्य एक ही है शिक्षा के साथ अच्छे संस्कारों देना बच्चों को शिक्षा तो कहीं भी मिल जाएगी लेकिन अच्छे संस्कारों का अकाल है तो ऐसे समय में हमारे गुरूजी ने गुरुकुल की स्थापना की है आज पूरे भारत में हमारी 50 से ज्यादा गुरुकुल की शाखाएं हैं और सभी जगह कम पर मिलकर छतरी से 40000 बच्चे पढ़ते हैं और अच्छी शिक्षा के साथ अपना जीवन विकास की शिक्षा के साथ अपना जीवन विकास कर रहे हैं
सुख मिलता है तो पैसों और परिश्रम से मिलता है लेकिन शांति मिलती है तो भगवान की भक्ति और अच्छे संस्कार से मिलती है तो हमारा ग्रुप और कार्य कर रहे हम सब गुरुकुल के मुख्य कर्तव्य है समाज के साथ जोड़कर राज्य सरकार के साथ जुड़कर देश के केंद्र सरकार के साथ जुड़कर हमेशा कार्य कर रहे तो ऐसा इसलिए हम यहां भीलवाड़ा में भीलवाड़ा में भक्तों पर बनी हुई है और कार्य कर रहे
इस दौरान स्वामी श्री धर्मेश भगत जी महाराज,शैलेंद्र महाराज साथ थे