योगा आत्म चेतना, शक्ति एवं स्वयं को जागृत करता है : योग ऋषि स्वामी रामदेव
– योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर में के समापन पर जिलेभर से उमड़े हजारों योग प्रेमी (समापन पर किया कार्यकर्ताओं का सम्मान व दिया आशीर्वाद)
भीलवाड़ा (रिपोर्टर दिनेश लक्षकार) योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि योग एक विज्ञान है। आत्म चेतना, आत्मशक्ति एवं स्वयं को जागृत करता है। योग सभी प्रकार के ज्ञान का मूल है। हमने देश में स्वदेशी की एक बहुत बड़ी जागृति पैदा की है। इसी कारण भारतीय लोगों ने विदेशी प्रोडक्ट के बजाय अपने देश में बने प्रोडक्ट को खरीदना ज्यादा उचित समझा है। देश में आयुर्वेद के महत्व को हम लगातार दर्शा व पहुंचा रहे हैं। योग प्राणायाम के माध्यम से करोड़ों लोग निरोगी हो रहे हैं। मेरा सपना है कि देश से गरीबी दूर हो। लोग आयुर्वेदिक उत्पाद व स्वदेशी अपनाकर देश की इकोनॉमी बढ़ाएं। स्वामी रामदेव सोमवार अलसुबह आदित्य विहार हनुमान टेकरी के पीछे तेरापंथ नगर में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति के संयोजन एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के आयोजन में त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर के समापन पर हजारों लोगों को योग का अभ्यास कराते हुए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सूर्योदय के बाद पुरुष खुले वस्त्रों में व महिलाएं पतले वस्त्रों में धूप में बैठे। एक घंटा ऐसे करने से विटामिन डी की कमी दूर होगी और प्रोटीन सहित अन्य आवश्यक तत्वों की प्राप्ति होकर शरीर भी निरोगी बनेगा। गौ माता की नियमित सेवा करें। गाय से प्राप्त हर वस्तु का नियमित उपयोग करें। जीवन में हमेशा अच्छे कार्य करें। योग उपासना को हमारी दिनचर्या में शामिल करें। योग करेंगे तो जीवन में रोग के लिए जगह नहीं रहेगी। धूप के बजाय योग से पसीना बहाओ इससे निरोगता प्राप्त होगी। प्रत्येक व्यक्ति अखंड साधना करें, भगवान की भक्ति करें व पुरुषार्थ करें, इसी से जीवन स्वर्ग बनेगा। शरीर से हर हाल में मोटापा आलस्य एवं चटोरेपन को दूर करें।उन्होंने कहा कि योगासन एवं प्राणायाम से हमें कई रोगों से मुक्ति मिलती है। योग एवं आयुर्वेद से हम हाई ब्लड प्रेशर शुगर मोटापा किडनी लीवर फेफड़े आदि के रोगों से निश्चित रूप से मुक्ति पा सकते हैं।शिविर में मेवाड़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने भी बड़ी संख्या में पहुंचकर योग का अभ्यास किया। कार्यक्रम में जिले भर से दर्जनों बसों के माध्यम से भी सैकड़ो लोग पहुंचे। शिविर के मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने बताया कि शिविर में सोमवार को लोकेश मुनि मसा, महावीर कुमार चौधरी, राजेंद्र कुमार गोखरू, महावीर बाबेल, सुरेंद्र सुराणा, प्रकाश सुराणा, महेंद्र सिंह राठौड सोजत, भेरूलाल जागेटिया, प्रवीण जैन, संपत चपलोत मुंबई, भीमाराम, भंवरलाल शर्मा, धर्मेंद्र वर्मा, अशोक बाहेती, नारायण लड्ढा, वरिष्ठ गौ भक्त अशोक कोठारी, जगदीश जोशी, सत्यम शर्मा, रेनू जागेटिया, राजेश चेचानी आदि मंचासीन रहे। प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ घरेलू उपचार के नुस्खे भी बताए गए। शिविर में हरिद्वार से आए स्वामी परमार्थ देव महाराज, स्वामी आदित्य देव, स्वामी ऋतिदेव, स्वामी डॉ संजय देव, स्वामी डॉक्टर विजय देव के साथ ही भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, शिविर सचिव भूपेंद्र मोगरा, शिविर संयोजक रजनीकांत आचार्य, कैलाश डाड, विक्रम आंजना, विनोद भाई की देखरेख में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाएं संभाली।मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने बताया कि तीन दिवसीय शिविर के समापन पर कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया इस मौके पर कवि योगेंद्र सक्सेना ने मन तन मन जीवन अर्पित करूं काव्य पाठ किया। शिविर में अब तक 300 योग शिविर लगाने वाले प्रशिक्षक भंवरलाल शर्मा का स्वामी जी द्वारा विशेष सम्मान किया गया। भारत विकास परिषद में पिछले 30 वर्षों से सक्रियता से सभी गतिविधियों में स
हयोग करने वाले मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडानी का भी विशेष सम्मान किया गया। आयोजन करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति, भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के करीब 400 कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।