*पूर्व पालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर ने की राज्यपाल कलराज मिश्र से
मुलाकात*
रिपोर्टर सलमान खान
*माउंट आबू।* शहर के राजभवन में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर ने राज्य के राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की एवं शहर की मूलभूत सुविधाओं से वंचित नागरिकों की समस्याओं से अवगत करवाते हुए पत्र सौंपा। पत्र में निम्न मुद्दों पर बात की एवं पत्र सौंपा। जिसमें पट्टा आवंटन जैसी रात में 160 गुम हुई फाइलों के आवेदनकर्ताओं को पट्टा आवंटन का लाभ दिया जाए। गलत टिप्पणी कर निरस्त की गई पत्रावली को निरस्त किया गया, उनकी जांच कर लाभ दिया जाए। मूल निवासियों एवं पुश्तैनी बस्ती सीता बन के निवासियों को लाइट पानी जैसी सुविधाओं से वंचित है, उन्हें लाभ दिया जाए। इन्हें मतदान का अधिकार है तो सुविधाओं से वंचित क्यों रखा जाए, लाभ दिया जाए। शहर में युवाओं के रोजगार हेतु प्रस्तावित अशोक वाटिका स्थापित करने हेतु व्यवस्था है ऐसे में रोजगार हेतु व्यवस्था करवाई जाए। शहर में स्थाई पार्किंग सुचारू नहीं है किचन गार्डन पार्किंग में बहुमंजिला पार्किंग व्यवस्था करवाई जाए। यात्री कर नाका से आय से 70% नगरपालिका एवं 30% वन विभाग दी जाने वाली व्यवस्था आबू पर्यावरण समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुरूप वर्तमान में सूत्रों के अनुसार अन्य स्तरों पर वन विभाग द्वारा कहीं भी नाका नहीं लगाया जाए। माउंट आबू के पर्यटन स्थल का दर्जा दिलवाया जाए एवं मानचित्र में पर्यटक माउंट आबू को हिल स्टेशन दर्शाया जाए। दिलवाड़ा जैन मंदिर आबू पर्वत में वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी एवं गाइड की व्यवस्था कराई जाए जिससे देश को देश भर में मंदिर का प्रचार हो सके एवं पर्यटकों की बढ़ोतरी हो सके। वीआईपी आगमन पर वीडियो एवं फोटोग्राफी की जाती है तो पर्यटकों के लिए क्यों नहीं…? व्यवस्था में सुधार किया जाए। शहर में एक शाखा का निर्माण करवाया जाए जो कि केवल रिपेयर एवं रिनोवेशन व भवन संबंधित समस्याओं का समाधान हो सके ऐसी व्यवस्था की जाए। बरसों से अनेकों शहर से माउंट आबू परसों का आवागमन रहता था, वह वर्तमान में बंद हो गया है पुनः बाकी शहरों की आने जाने वाली बसों का आवागमन प्रारंभ करवाया जाए। माउंट आबू में स्थापित पर्यटन विभाग को सिरोही जिला मुख्यालय पर स्थापित किया जाए। शहर में इस विभाग का कोई भी कार्य नजर नहीं आता है यह विभाग केवल शरद समारोह एवं ग्रीष्म समारोह में ही नजर आते हैं सिरोही में होने से जिले के सभी पर्यटन क्षेत्रों की व्यवस्था हो सकेगी। नगर पालिका से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को सेवानिवृत्त लाभ भुगतान नहीं मिल पाया है ऐसे में सेवानिवृत्त हुए बूढ़े कर्मचारियों को लगातार नगरपालिका के चक्कर काटने पड़ते हैं। सूत्रों के अनुसार कई ऐसे कर्मचारी चाहिए जो सेवानिवृत्त होने के पश्चात उनका देहांत हो गया और उस परिवार का सेवानिवृत्त लाभ एवं पेंशन प्रारंभ नहीं हो पाए ऐसे परिवारों को राहत प्रदान की जाए। नक्की झील आस्था का केंद्र है ऐसे में धार्मिक आस्था के लोग आकर यहां स्नान करते हैं ऐसे में महादेव घाट पर महिलाओं के लिए बने स्नान आग्रह अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया है जिससे महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में महिला स्नान ग्रहों को अतिक्रमण मुक्त करवाकर आस्था स्थल की व्यवस्था में सुधार लाया जाए।। मुलाकात के बाद पूर्व पालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर ने महामहिम राज्यपाल कलराज मिश्र को नक्की झील के सुंदर दृश्य की तस्वीर भेंट की।।