बंगाल में दो मालगाड़ी टकराईं, 12 डिब्बे बेपटरी:सेफ्टी अफसर बोले- सिग्नल की गड़बड़ी रही होगी; बालासोर हादसे के 22 दिन बाद दूसरी ट्रेन दुर्घटना
बांकुड़ा
पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में रविवार सुबह दो मालगाड़ियों की टक्कर में 12 डिब्बे पटरी से उतर गए।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, टक्कर की जोरदार आवाज से ओंडा रेलवे स्टेशन के आसपास के लोगों की नींद खुली और वो मौके पर पहुंचे। उन लोगों ने ही मालगाड़ी के लोको पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाला।
2 जून को ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की हुई टक्कर के बाद 22 दिनों में यह दूसरा रेल हादसा है। हालांकि इसमें जान माल का बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि पीछे से आ रही मालगाड़ी का इंजन दूसरी मालगाड़ी के डिब्बों पर चढ़ गया।
3 घंटे तक आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही बंद
रेलवे सूत्रों ने बताया कि एक लोको पायलट को हल्की चोट आई है। हादसे के कारण बिजली का ओवरहेड तार टूट जाने की वजह से आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही करीब 3 घंटे तक प्रभावित रही।घटना रविवार सुबह 4 से पांच बजे के बीच की बताई जा रही है।
मालगाड़ी ने दूसरी ट्रेन को पीछे से मारी टक्कर
मौके पर पहुंचे दक्षिण पूर्व रेलवे के डिवीजनल सेफ्टी ऑफिसर दिवाकर माझी ने पत्रकारों को बताया- ओंडा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। पीछे से आने वाली दूसरी मालगाड़ी ने उसमें टक्कर मार दी। आखिर यह हादसा कैसे हुआ, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। शायद सिग्नल की गड़बड़ी रही होगी।
ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया
रेलवे के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ओंडा स्टेशन के लूप लाइन पर बांकुड़ा से विष्णुपुर की ओर जाने वाले एक मालगाड़ी खड़ी थी। इसी रूट पर पीछे से आने वाली दूसरी मालगाड़ी ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पीछे वाली ट्रेन का इंजन पहले वाली मालगाड़ी पर चढ़ गया।
CPRO बोले- 11 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं
दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि एक मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी और दूसरी ट्रेन को सिग्नल पर रुकना था, लेकिन वह लाल सिग्नल से आगे निकल गई, जिससे हादसा हुआ। मरम्मत का काम सुबह करीब 7.30 बजे पूरा हो गया। हादसे के बाद पहली ट्रेन सुबह करीब 8.30 बजे इस रूट पर चली। अब तक 11 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
2 जून को बालासोर में हुइ थी 292 लोगों की मौत
2 जून को ओडिशा के बालासोर में भी सिग्नल की गड़बड़ी से ही तीन ट्रेनों में टक्कर हुई थी। इस हादसे मे अब तक 292 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। कई लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।
ओडिशा ट्रेन हादसे जैसा ही आज के एक्सीडेंट का पैटर्न
आज का हादसा भी 2 जून को कोरोमंडल हादसे की तर्ज पर ही हुआ है। उसमें भी कोरोमंडल ने लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी को तेज गति से टक्कर मारी थी। इसे वजह से कोरोमंडल का इंजन और कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए थे।
5 जून को असम में ट्रेन ने ट्रक को मारी थी टक्कर
5 जून को असम के गोलाघाट जिले में एक मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक ट्रेन एक ट्रक से टकरा गई थी। घटना गोलाघाट जिले के चुंगाजन रेलवे स्टेशन के पास हुई। हालांकि इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ। घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में एक लेवल क्रॉसिंग स्थापित करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।