जहाँ देवताओं की बुद्धि जवाब दे जाती है, वहाँ श्री गणेश जी की बुद्धि काम करती है= दिव्य मोरारी बापू
======
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) मोनु सुरेश छीपा स्थानीय सार्वजनिक धर्मशाला में चल रहे श्री दिव्य चातुर्मास सत्संग में श्रीमद् गणेश महापुराण कथा
ज्ञानयज्ञ (तेरहवां-दिवस)में
कथा व्यास-श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री दिव्य मोरारी बापू ने बताया कि भगवान् श्री गणेश जी महाराज बुद्धि के सागर है। जहां देवताओं की बुद्धि जवाब दे जाती है, वहां श्री गणेश जी की बुद्धि काम करती है। इसीलिए श्री गणेश जी की उपासना जरूर करते रहना चाहिए। वही युक्ति बतायेंगे, वही जीवन में आने वाले विघ्नों को टालेंगे। निर्विघ्न जीवन ही सच्चा जीवन है। विघ्न बाधा से रहित जीवन में परम शांति रहती है। जहां शांति नहीं है, वहां सुख कहां है? हमारे-आपके जीवन जो बचाव हो रहा है, हम देख नहीं पा रहे हैं, कोई नहीं देख पा रहा है, वो हमारा ईष्ट देव हमारी रक्षा कर रहा है। हमारा बचाव नहीं हो पा रहा है, इसका मतलब हमारी कोई खास कमी है। त्रुटि है जिसके कारण आज हमारी कोई रक्षा नहीं कर पा रहा है।इस दौरान श्री दिव्य चातुर्मास सत्संग व्यवस्थापक श्री घनश्यामदास जी महाराज, श्री दिव्य सत्संग मंडल पदाधिकारी शिव प्रसाद नागोरी, अरविंद माहेश्वरी, सहित महिलाऐं व श्रद्धालु मौजूद थे।