धनोप मोक्ष धाम हेतु ग्राम पंचायत से नहीं हो पाया कार्य, ग्रामीणों की पहल दिखी रंग लाती।
राजेश शर्मा धनोप।
धनोप ग्राम वासियों के अथक प्रयास से श्मशान घाट के चारों तरफ 100×200 की जगह पर सीमेंट पोल के साथ लोहे की जाली लगाई गई। जानकारी के अनुसार ग्रामीणों की लंबी पहल के बाद 3 दिन में धनराशि एकत्र कर श्मशान घाट के चारों तरफ चारदीवारी करवाई। जिसमें पर्यावरण के बचाव हेतु 41 पौधे लगाए गए। लगभग 4 साल से ग्राम पंचायत के भरोसे बैठे रहे ग्रामीण फिर भी कार्य नहीं हो पाया तो खुद ही एकजुट होकर धनराशि एकत्र की और 3 दिन के अंदर अंदर कार्य को पूर्ण करके बताया। श्मशान घाट पर इसी तरह विकास की गति आगे से आगे भामाशाह द्वारा ग्रामीणों की एकजुटता के साथ बढ़ती चलेगी और प्रशासन को बताया जाएगा कि बगैर किसी की सहायता के ग्रामीण कार्य कर सकते हैं। चारदीवारी के बाद श्मशान घाट पर पानी की टंकी बनाए जाने का निर्णय लिया जहां दाह संस्कार के बाद ग्रामीण पानी पी व नहा सकते हैं। कमेटी ने श्मशान घाट में लगभग 101 पौधे लगाने का परामर्श किया। मनीष सेन पिता धर्मीचंद सेन ने 5100 रूपए की धनराशि के सहयोग के साथ साथ पौधों को 6 महीने तक टैंकर द्वारा पानी पिलाने का जिम्मा लिया। इस पहल की शुरुआत पूर्व जिला शिक्षाअधिकारी सत्यनारायण शर्मा तथा रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारी बुद्धि प्रकाश शर्मा के अथक परिश्रम के साथ कार्य की शुरुआत हुई जिसमें मनीष सैन 5100 ,सत्यनारायण शर्मा 5001,मिट्ठू खटीक 5001,हरिप्रसाद शर्मा 2100,
महावीर बुरड़ 2100,गोपाल बलाई 1500, गोविंद 1500, पुरुषोत्तम शर्मा 1100,राजेश शर्मा 1100,बुद्धि प्रकाश शर्मा 1100, संदीप शर्मा 1100,आशीष 1100,रतन खाती 1100,जगदीश खाती 1100,रामप्रसाद किर 1100,
कमलेश शर्मा 1100,नोरत कीर 1100,जगदीश अरोड़ा 1100,शिवराज सोनी 1100,
राधेश्याम जोशी 1100,रामधन खाती 1100, प्रहलाद तेली 1100 इसी प्रकार अन्य ग्रामीणों ने भी अपनी इच्छा अनुसार धनराशि का सहयोग कर अपनी भूमिका निभाई। धनोप गांव में दो श्मशान घाट है जिस प्रकार धनोप दड़ा महोत्सव में दो दल होते हैं उपरला पाड़ा-निचला पाड़ा उसी प्रकार श्मशान घाट के भी दो हिस्से हैं जिसमें से निचला पाड़ा वाले श्मशान घाट पर यह पहल दिखाई गई। इस दौरान राम किशन कुम्हार, रमेश खाती, बुद्धि प्रकाश शर्मा, भंवरलाल बुरड़, गौतम शर्मा, मनीष सेन, राजेश शर्मा, पिंकेश बुरड़, कैलाश कीर, प्रहलाद तेली आदि उपस्थित रहे।