नव सरजीत शाहपुरा जिले में विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में पहली बार 3 4 हजार युवाओं ने इक्ट्ठा होकर इतिहास रच दिया। इसी उपलक्ष में आदिवासी समाज के युवाओं को संबोधित करते हुए आदिवासी वक्ता। शिवराज भील रोपा ने कहा । की इस देश में हम कही हिसो में पहले शासक रहे हैं जिसकी शुरुआत राणा पूंजा भील से की जब किसी कारण वश महाराणा प्रताप दिल्ली जाते थे अपनी गोड़ी पर और राणा पूंजा भील उनके साथ पैदल पैदल दोडते हुए दिल्ली पहुंच जाते थे । इतने ताकतवर आदमी की संताने है हम आज इतने कमजोर केसे हो गए और जब हल्दी गाटी का युद्ध से पहले अकबर के अनुयाई राणा पूंजा भील के पास आते हैं और बोलते है की हम आपको अनन्त धन दौलत देंगे सोने चांदी के महल देंगे लेकिन आप भील लोग अकबर की सेना का साथ दो लेकिन राणा पूंजा भील ने कहा था कि तुम्हारे सोने चांदी के बर्तन या महलों से ज्यादा मुझे हिंदुस्तान की मिट्टी प्यारी है हम हमारे देश से कभी समझौता नहीं करेंगे और इसी के साथ शिवराज ने कहा की समाज में नोकरी में धकेलने के लिए हम शाहपुरा में एक चैरिटी संस्था चलवाना चाहते हैं जिसमे अगर समाज के यूवा 1000 साथी भी जुड़ जाते हैं और हर महीने मिनिमम 50 रुपए भी देते हैं तो एक साल में हमारे पास 6 लाख रुपए हो जायेंगे उससे हमारे समाज युवा घर पर कर रहे कंपीटीशन की तैयारी उनको हम लोग चैरिटी संस्था के माध्यम से कोचिंग करवाएंगे नोकरियो में धकेल देंगे । और अभी जो किसी बाबा नेआदिवासियो के बारे मै बोला हैं की आदिवासियो के शरीर से बदबू आती हैं उन बाबा को शिवराज ने जवाब दिया की हम मेहनत मजदूरी ईमानदारी से खून पसीना बहाते हैं इसलिए बदबू तो आयेगी तेरी तरह भीख मांग के हमारे घर एशिया नही लगा रखी है उसी के साथ बाबा साहब अम्बेडकर पे विचार रखा । लास्ट में एक नारा दिया । जोर जुलम की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है राजा राज करने के लिए रक्षा करने के लिए होते हैं और कहा की सबको मानते हैं जय जोहार जय आदिवासी