*गोमाता ही जगत का पालन करती है, गौसेवा से जीवन कष्टमुक्त हो जाता है:~ महंत रामायणी जी महाराज*
✍️ *मोनू सुरेश छीपा।द वॉयस ऑफ राजस्थान*
भीलवाड़ा :~ गौमाता जगत जननी है, गौमाता ही जगत का पालन करती है, गौसेवा से जीवन कष्टमुक्त हो जाता है यह उद्बोधन श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर आंदोलन के समय दोनो कार सेवा के रणनीतिकार, सनातन संस्कृति के मार्गदर्शक श्री हनुमंतधाम मन्दिर के मंहत रामदास जी रामायणी ने विश्व हिन्दू परिषद् गोरक्षा विभाग के अखिल भारतीय गौमय उत्पाद के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किए,
विश्व हिंदु परिषद् के अखिल भारतीय गौ उत्पाद के सह प्रशिक्षण प्रमुख राजेंद्र पुरोहित ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया विश्व हिन्दू परिषद् के अखिल भारतीय प्रशिक्षण वर्ग देशभर के कार्यकर्ता, किसान और गोपालक भीलवाड़ा आए, कोठारी नदी के किनारे स्थित पारीक भवन में संगठन द्वारा तीन दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण वर्ग 3 सितंबर रविवार से प्रारंभ हुआ, मंगलवार सांयकाल संपन्न होगा, उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त कार्यवाह डॉ. शंकरलाल माली, विश्व हिन्दू परिषद् प्रान्त गौसेवा संरक्षक रामेश्वर जनवा, पारीक समाज के जिलाध्यक्ष भेरूलाल जोशी, जिला मंत्री सुनील जोशी, समाजसेवी श्यामलाल सोमानी, विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व प्रान्त मंत्री सुरेश गोयल, विश्व हिन्दू परिषद् सामाजिक समरसता के बद्रीलाल सोमानी, सत्यनारायण श्रोत्रिय, उमेश पाराशर भी मंचासीन थे, कार्यक्रम का संचालन विश्व हिन्दू परिषद् के जिला गौसेवा प्रमुख गोविन्दनारायन त्रिपाटी ने किया, उद्घाटन के अवसर पर क्षेत्रीय पार्षद मधु शर्मा, निरंजना सोनी, विश्व हिन्दू परिषद् दुर्गावाहिनी महाविद्यालय प्रान्त संयोजिका सीमा पारीक, भी उपस्थित थे, अतिथियों का भगवा दुप्पटा पहनाकर गोविन्द सेन, उमाशंकर पाराशर, बहादुर सिंह, गोपाल सोमानी , रामनारायण ने किया