हिट एंड रन कानून के विरोध में बस ऑपरेटरों ने किया अनिश्चित कालीन चक्का जाम,
एसोसिएशन ने कहा- नया कानून वापस ले केंद्र सरकार, यात्रियों को उठानी पड़ी परेशानी
✍️ *मोनू सुरेश नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान*
भीलवाड़ा
केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के विरोध में सोमवार को भीलवाड़ा सहित जिले भर में बस ऑपरेटरों ने सोमवार सुबह से ही अनिश्चितकालीन चक्का जाम कर दिया। रोडवेज बस स्टैंड, अजमेर चैराहा व प्राइवेट बस स्टैंड पर बसों को नहीं चलने दिया। भीलवाड़ा जिला निजी बस एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में चालक परिचालकों ने रोडवेज व प्राइवेट बसों को रोका। रोडवेज बस स्टैंड
पर जाम के बीच बस संचालकों और पुलिस के बीच गहमागहमी भी हुई। भीलवाड़ा जिला निजी बस एसोसिएशन के जिला महासचिव एवं बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान के प्रदेश प्रवक्ता जगदीश चंद्र ओझा ने बताया कि जिलाध्यक्ष कलीम काजी के नेतृत्व में आंदोलन का आगाज किया गया। रोडवेज बस स्टैंड पर ड्राइवरों व कंडक्टरों ने विरोध जताया। रोडवेज की भीलवाड़ा डिपो से जाने वाली बसों को अपने-अपने मार्गों पर जाने से रोक दिया। चालक परिचालक व कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन किया। ओझा ने बताया कि एसोसिएशन के पदाधिकारी अजमेर चैराहा भी गए। जहां ऑपरेटरों से गाडियां नहीं चलाने का आग्रह किया। महासचिव ओझा का कहना है कि हिट एंड रन कानून के अनुसार यदि किसी ड्राइवर से एक्सीडेंट हो जाता है और वह डर
कर मौके से भाग जाता है तो उसे 10 साल की सजा और आर्थिक जुर्माना लगाया जा सकता है। यदि वह मौके पर रुक जाए तो जनता की मार का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में वह क्या करेगा? यदि आम आदमी भी गाड़ी चला रहा है तो वह भी नए कानून के दायरे में है। एसोसिएशन द्वारा सोमवार को दोपहर बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया । जब तक केंद्र सरकार कानून में संशोधन नहीं करती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उनके आंदोलन को टैक्सी यूनियन भी समर्थन दे रहा है। वहीं, एक वाहन चालक का कहना था कि नए कानून के विरोध में ट्रक खड़ा करने जा रहा हूं। सभी ड्राइवर यही कर रहे हैं। हम वैसे भी 10- 12 हजार रुपये महीने कमाते हैं। अगर कानून वापस नहीं लिया गया तो अब कोई दूसरा काम करेंगे, क्योंकि घर तो चलाना ही है। वाहनों के चक्काजाम से यात्री सहित आम जन हुआ परेशान
सोमवार सुबह से ही बसों के साथ साथ अन्य वाहनों के चक्काजाम हो जाने से अपने आवश्यक कार्यों को लेकर बाहर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्हें टैक्सियों या निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा। टैक्सियों में भी काफी भीड़ देखी गई।
ट्रकों की हड़ताल से मुख्य चीजों के दाम बढ़ेंगे।
इस हड़ताल का आम आदमी पर सीधा असर देखने को मिलेगा। ट्रकों की हड़ताल होने से दूध, सब्जी और फलों की आवक नहीं होगी और कीमतों पर इसका सीधा इजाफा होगा, जिससे आम जन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा,। वहीं, पेट्रोल-डीजल ,की सप्लाई रुक जाएगी, जिससे लोकल टांसपोर्ट और आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा
टेम्पु यूनियन के लोगो ने सवारियों को उतारा बीच राह
पुर रोड सहित अन्य मार्गो पर चलने वाले कुछ टेंपू चालको द्वारा सवारियां बैठाकर निर्धारित स्थान पर छोड़ने का कार्य किया जा रहा था, इसका यूनियन के लोगो को पता चलने पर मौके पर पहुंच कर सवारियों को बीच राह उतारकर टेंपू चालको को सवारियां नही ढोने की हिदायत दी।