*क्या इंडिया गठबंधन से अलग होंगे हनुमान बेनीवाल?: बोले-मेरा अपमान हुआ है; पायलट बोले-बेनीवाल आज भी इंडिया गठबंधन में; गहलोत से मिले रोत..!!*
जयपुर
राजस्थान में लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आने के साथ ही सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इंडिया गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इंडिया गठबंधन की 1 और 4 तारीख को दिल्ली में मीटिंग हुई थी, लेकिन मुझे नहीं बुलाया गया। जब मैंने इस बारे में पूछा तो कहा गया कि आप छोटे दल हैं, इसलिए नहीं बुलाया। यह मेरा अपमान है। प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष या दूसरे नेताओं ने यह तक नहीं कहा कि राजस्थान की कांग्रेस की जीत में हनुमान बेनीवाल का बड़ा योगदान है।
बेनीवाल ने कहा कि मैं ये लगातार कह रहा था कि मुझे जो 3 लाख वोट मिले हैं, वे कांग्रेस के साथ गठबंधन के कारण मिले हैं। सच यह भी है कि आरएलपी की वजह से कांग्रेस को 20 लाख से अधिक वोट मिले हैं। अगर गठबंधन पहले हो जाता। नेता रोड़े नहीं अटकाते तो कांग्रेस की सीटें और बढ़ सकती थीं, लेकिन इस सब के बावजूद मैं भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा।
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल आरएलपी के एक मात्र सांसद हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी(आरएलपी) और कांग्रेस के बीच नागौर लोकसभा सीट पर गठबंधन हुआ था। बेनीवाल नागौर से ही भाजपा की ज्योति मिर्धा को हराकर सांसद बने हैं।
सचिन पायलट लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद गुरुवार शाम को पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा पर सियासी हमला भी किया।
सचिन पायलट लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद गुरुवार शाम को पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा पर सियासी हमला भी किया।
पायलट बोले- बेनीवाल आज भी इंडिया गठबंधन में
बेनीवाल के बयान पर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि सब लोग जो इंडिया गठबंधन में थे, आज भी वह गठबंधन में है। आने वाले समय में गठबंधन में और दल शामिल हो जाएंगे। पायलट ने परिणाम के बाद भाजपा की चुप्पी पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी मामले में वह टिप्पणी नहीं करेंगे।
राजस्थान के लोगों को आज उम्मीद है कि उनकी सरकार बनी है तो वह लोगों की मदद करें। इस संकट के समय में सरकार को लोगों के सामने आना चाहिए और लोगों को राहत दिलानी चाहिए।(पूरी खबर पढ़ें)
2019 में बेनीवाल ने भाजपा के साथ किया था गठबंधन
2019 में हनुमान बेनीवाल ने भाजपा के साथ नागौर सीट पर गठबंधन किया था। ज्योति मिर्धा उस वक्त कांग्रेस प्रत्याशी थीं। बेनीवाल ने मिर्धा को दो लाख से ज्यादा वोट से हराया था। हालांकि किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था।
बीएपी की नाराजगी के बीच रोत ने की गहलोत से मुलाकात
इंडिया गठबंधन से नाराजगी और एनडीए से संपर्क की चर्चाओं के बीच बांसवाड़ा से सांसद चुने गए BAP के राजकुमार रोत ने जयपुर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की है। रोत ने गहलोत की तबीयत पूछी, गहलोत स्लिप डिस्क की दिक्कतों से जूझ रहे हैं।
गहलोत से मुलाकात के दौरान राजकुमार रोत(नीली शर्ट में) के साथ BAP के पदाधिकारी भी थे।
गहलोत से मुलाकात के दौरान राजकुमार रोत(नीली शर्ट में) के साथ BAP के पदाधिकारी भी थे।
रोत बोले- भील प्रदेश की मांग उठऊंगा
बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले सांसद राजकुमार रोत ने कहा- ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का काम ठप सा है। विकास थमा हुआ है। इसका समाधान सिर्फ भील प्रदेश है। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी भील प्रदेश की डिमांड लंबे समय से करते आ रहे हैं। अब मैं भील प्रदेश की डिमांड को संसद में उठाऊंगा। सबको विश्वास और सबको साथ में लेकर भील प्रदेश बनाएंगे।
उन्होंने कहा- पूर्व की पार्टियां इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पाईं। आरक्षण की पॉलिसी, संविधान के प्रावधान, शिक्षा, स्वास्थ्य, इन क्षेत्र में किसी प्रकार का काम नहीं किया। सिर्फ आदिवासी जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया गया। रोजगार के लिए लोग गुजरात पलायन करते हैं, उसे भी रोकने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि रोत भारतीय आदिवासी पार्टी के अकेले सांसद हैं। बांसवाड़ा सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी और कांग्रेस के बीच ऐन मौके पर गठबंधन हुआ था। कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित करने के बाद बीएपी से गठबंधन किया था। इससे कांग्रेस प्रत्याशी नाराज हो गए थे और उन्होंने नाम वापस नहीं लिया था। इस सीट पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार किया था।
वैभव गहलोत पिछली बार भी हार गए थे- पायलट
वहीं, दूसरी तरफ वैभव गहलोत की हार पर सचिन पायलट ने कहा- वैभव पिछली बार भी नहीं जीत पाए थे, इस बार भी नहीं जीत पाए। इधर राजस्थान में 11 सीटों पर भाजपा की हार के बाद वहां भी बयानबाजी शुरू हो गई है। मंत्री खर्रा ने गुरुवार को कहा कि हार के कई कारण हो सकते हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा- टिकट कांग्रेस पार्टी देती है। सिफारिश जरूर एक नेता की होती है, लेकिन टिकट मिलने के बाद सभी ने मेहनत की और रिजल्ट अच्छा आया है। भाजपा के 370 व एनडीए गठबंधन को 400 पार देने के दावे किए थे। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं के दावों और अहंकार को हराकर इंडिया गठबंधन पर विश्वास जताया है।
उन्होंने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारे कुछ लोग हारे हैं। वैभव पिछली बार भी नहीं जीत पाए थे, इस बार भी नहीं जीत पाए। हम और मेहनत करेंगे और अगली बार किसी और सीट से वैभव गहलोत जीतेंगे