
.*🍁2️⃣3️⃣1️⃣ बालों का गिरना (Hair fall):*
*🔸परिचय:*
*बाल सिर्फ चेहरे की सुन्दरता ही नहीं बढ़ाते बल्कि ये गर्मी और सर्दी से सिर की रक्षा भी करते हैं। बाल सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों को शोषित करके विटामिन “ए” और “डी” को संरक्षित भी करते हैं तथा इसके साथ-ही साथ उष्णता, शीतलता, और तेज हवा से हमारे सिर की सुरक्षा भी करते हैं। जब यह बाल किसी कारण से झड़नें लगते हैं तो व्यक्ति की सुन्दरता कम लगनें लगती हैं। इस रोग के कारण व्यक्ति के सिर के बाल झड़नें लगते हैं। जब रोगी व्यक्ति के बाल बहुत अधिक झड़नें लगते हैं तो वह गंजा सा दिखनें लगता है।*
*🔸बाल झड़ने के कारण:*
*🔹यह रोग व्यक्ति को अधिकतर तब होता है जब व्यक्ति के शरीर में विटामिन “बी” एवं प्राकृतिक लवणों, लौह तत्व तथा आयोडीन की कमी हो जाती है।*
*🔹कई प्रकार के लम्बे रोग जैसे:*
*टायफाइड, उपदंश, जुकाम, नजला, साइनस तथा रक्तहीनता (खून की कमी) आदि रोग होनें के कारण भी व्यक्ति के बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹किसी प्रकार के आघात या बहुत अधिक चिंता करनें के कारण भी यह रोग व्यक्ति को हो जाता है।*
*🔹सिर की ठीक तरीके से सफाई न करनें के कारण भी बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण भी व्यक्ति के बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹सिर के रक्त संचारण में कमी आ जानें के कारण भी बाल झड़नें का रोग हो सकता है।*
*🔹शैम्पू तथा साबुन आदि का अधिक मात्रा में उपयोग करनें के कारण भी बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹हेयर ड्रायर्स का अधिक प्रयोग करनें के कारण भी बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹अधिक मात्रा में दवाइयों का प्रयोग करनें के कारण भी बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹कब्ज रहनां, नींद न आना तथा अधिक दिमागी कार्य करनें के कारण भी बाल झड़नें का रोग व्यक्ति को हो सकता है।*
*🔹बालों को सही तरीके से पोषण न मिल पाने के कारण बाल कमजोर हो जाते हैं और झड़नें लगते हैं।*
*🔹वात और पित्त कुपित जब होकर रोमछिद्रों में पहुंचते हैं तो बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔹अधिक मिर्च-मसाले तथा तली हुई चीजों का सेवन करनें से बाल झड़नें लगते हैं।*
*🔸बाल झड़नें की प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:*
*🔹बालों के झड़नें के रोग का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करनें से पहले इस रोग के होनें के कारणों को दूर करनां चाहिए और फिर इसका उपचार प्राकृतिक चिकित्सा से करनां चाहिए।*
*🔹इस रोग से बचनें के लिए भोजन संतुलित तथा पौष्टिक करनां चाहिए।*
*🔹बाल झड़नें के रोग को ठीक करनें के लिए सप्ताह में एक बार फलों का भोजन करनां चाहिए।*
*🔹बालों को झड़नें से रोकनें के लिए पत्ता गोभी, अन्नानास तथा आंवले का सेवन अधिक मात्रा में करनां चाहिए।*
*🔹बाल झड़नें से रोकनें के लिए व्यक्ति को अपनें भोजन में सब्जियां, सलाद, मौसम के अनुसार फल और अंकुरित अन्न का अधिक मात्रा में उपयोग करनां चाहिए।*
*🔹भोजन में आटे की रोटी, चावल, फल व हरी सब्जियों का अधिक प्रयोग करनां चाहिए।*
*🔹इस रोग से पीड़ित रोगी को पालक व गाजर के रस का अधिक सेवन करनां चाहिए।*
*🔹इससे रोगी के बाल झड़नां बहुत जल्द ही रुक जाते हैं।रोगी व्यक्ति को अपनें सिर के पसीने को सूखनें नहीं देना चाहिए।*
*🔹बालों को झड़नें से रोकनें के लिए आंवले का अपनें भोजन में अधिक उपयोग करनां चाहिए तथा आंवले के मुरब्बे का सेवन करनां भी बहुत लाभदायक होता है।*
*🔹इस रोग से पीड़ित रोगी को अपनें सिर को दही से धोनां चाहिए और फिर नारियल के दूध से खोपड़ी की मालिश करनी चाहिए। इसके बाद सिर को धोनां चाहिए और कुछ समय बाद बथुए के पानी से सिर को धोनां चाहिए। ऐसा करनें से रोगी के बाल झड़नां रुक जाते हैं।*
*🔹इस रोग से पीड़ित रोगी को उंगुलियों से रात को सोनें से पहले नित्य पांच मिनट तक सिर की मालिश करनीं चाहिए तथा स्नान से पहले दस मिनट तक अपनें शरीर पर सूखा घर्षण करनां चाहिए। ऐसा कुछ दिनों तक करनें से बाल झड़नां रुक जाते हैं।*
*🔹रात में मेथी के बीजों को पानीं में भिगो देनां चाहिए। सुबह उठनें पर इन्हें पीसकर लेप जैसा बनां लेनां चाहिए और फिर इस लेप को बालों पर लगानां चाहिए। ऐसा कुछ दिनों तक करनें से रोगी के बाल झड़नां रुक जाते हैं।*
*🔹बाल झड़नें के रोग में बेरी के पत्तों को पीसकर इसमें नींबू का रस मिलाकर सिर पर लगानें से बाल दुबारा उगनें लगते हैं।*
*🔹ताजे धनिये का रस या गाजर का रस बालों की जड़ों में लगानें से रोगी व्यक्ति के बाल झड़नें बंद हो जाते हैं।*
*🔹सिर में जिस जगह से बाल झड़ गये हैं उस जगह पर प्याज का रस लगानें से बाल दुबारा से उग आते हैं।*
*🔹गाजर को पीसकर लेप बनां लें। फिर इस लेप को सिर पर लगाये और दो घंटे के बाद धो दें। ऐसा प्रतिदिन करनें से बाल झड़नें बंद हो जाते हैं।*
*🔹गंजेपन को दूर करनें के लिए रात को सोते समय नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर सिर की मालिश करनीं चाहिए।*
*🔹खाना खानें के बाद सिर को उंगलियों से खुजलानां चाहिए, इससे बाल झड़नां कुछ ही दिनों में रुक जाते हैं।*
*🔹बाल झड़नें के रोग को ठीक करनें के लिए रोजाना 2-3 बार लगभग पांच मिनट के लिए दोनों हाथों की उंगुलियों के नाखूनों को आपस में रगड़नां चाहिए।*
*🔹सुबह सूर्योदय से पहले दैनिक कार्यों से निवृति के बाद स्नान करनां चाहिए। इस प्रकार के स्नान से पेट, सिर और आंखों में गर्मी नहीं बढ़ती है। इसके फलस्वरूप बाल झड़नां रुक जाते हैं।*
*🔹बालों को झड़नें से रोकनें के लिए सप्ताह में कम से कम दो बार मुलतानी मिट्टी से बालों को धोनां चाहिए।*
*🔹इस रोग को ठीक करनें के लिए खुली हवा में लंबी गहरी सांस लेनी चाहिए तथा कुछ व्यायाम भी करनें चाहिए।*
*🔹यदि किसी व्यक्ति को जुकाम, खांसी, तनाव, चिंता, प्रमेह आदि रोग हो गए हों तो उसे तुरंत ही इसका इलाज करनां चाहिए क्योंकि, ये बालों के झड़नें का कारण बन सकते हैं।*
*🔹रोजाना रात को सोते समय 10 से 15 मिनट तक अपनीं उंगलियों से बालों की जड़ों में सरसों या बादाम के तेल की हल्की-हल्की मालिश करनीं चाहिए। ऐसा करनें से बाल झड़नां रुक जाते हैं तथा बाल घने तथा लम्बे होनें लगते हैं।*
*🔹आंवला, ब्राह्मी तथा भृंगराज को एकसाथ मिलाकर पीस लें। फिर इस मिश्रण को लोहे की कड़ाही में फूलनें के लिए रखनां चाहिए और सुबह के समय में इसको मसल कर लेप बना लेना चाहिए। इसके बाद इस लेप को 15 मिनट तक बालों में लगाएं। ऐसा सप्ताह में दो बार करनें से बाल झड़नां रुक जाते हैं तथा बाल कुदरती काले हो जाते हैं।*
*🔹रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखें। सुबह के समय उठते ही इस पानी को पी लें। इसके साथ ही आधा चम्मच आंवले के चूर्ण का सेवन भी करें। इससे कुछ ही समय में बालों के झड़नें का रोग ठीक हो जाता है।*
*🔹गुड़हल के फूल तथा पोदीनें की पत्तियों को एक साथ पीसकर थोड़े से पानी में मिलाकर लेप बना लें। इस लेप को सप्ताह में कम से कम दो बार आधे घण्टे के लिए बालों पर लगानां चाहिए। ऐसा करनें से बाल झड़नां रुक जाते हैं तथा बाल सफेद भी नहीं होते हैं।*
*🔹लगभग 80 मिलीलीटर चुकन्दर के पत्तों के रस को सरसों के 150 मिलीलीटर तेल में मिलाकर आग पर पकाएं। जब पत्तों का रस सूख जाए तो इसे आग पर से उतार लें और ठंडा करके छानकर बोतल में भर लें। इस तेल से प्रतिदिन सिर की मालिश करनें से बाल झड़नें रुक जाते हैं तथा बाल समय से पहले सफेद भी नहीं होते हैं।*
*🔹कलौंजी को पीसकर पानी में मिला लें। इस पानी से सिर को कुछ दिनों तक धोनें से बाल झडनां बंद हो जाते हैं तथा बाल घने भी होनां शुरु हो जाते हैं।*
*🔹नीम की पत्तियों और आंवले के चूर्ण को पानी में डालकर उबाल लें और सप्ताह में कम से कम एक बार इस पानी से सिर को धोएँ। ऐसा करनें से कुछ ही समय में बाल झड़नां बंद हो जाते हैं।*
*🔹बाल झड़नें से रोकनें के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार कई प्रकार के आसन हैं जिनको करनें से बाल झड़नें कुछ ही दिनों में बंद हो जाते हैं।*
*🔹ये आसन इस प्रकार हैं:* *शवासन, सर्वांगासन, योगनिद्रा, मत्स्यासन, विपरीतकरणी मुद्रा तथा शरीर के अन्य उलटनें-पलटनें का आसन।*
*इस प्रकार से प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करनें से रोगी के बाल झड़नें की समस्या दूर हो जाती है।*
*🔹इस रोग का उपचार करते समय प्राकृतिक चिकित्सा के सुझावों पर पूर्ण विश्वास रखनां चाहिए और फिर इसका उपचार करनां चाहिए।*
*जिस दिन आप प्राकृतिक चिकित्सा से इस रोग का उपचार कर रहे हों उस दिन कोई भी साबुन या शैम्पू का इस्तेमाल नहीं करनां चाहिए।*
*🔴अस्वीकरण*
*मैं अपनें किसी भी हेल्थ मैसेज का 100% सही होनें का दावा नहीं करता। इस टिप्स से काफी लोगों को फायदा हुआ है। कृपया आप किसी भी हेल्थ टिप्स पर अपने ऊपर प्रयोग करनें से पूर्व अपने वैद्य से राय लेवें।*
*🍁राजीव जैन*
*अध्यक्ष*
*बाल सेवा समिति, भीलवाड़ा*