सीधे तेजाजी चौक से….
*राहत शिविर बना आफत शिविर*
– *कर्मचारी दंग, जनता तंग*
– *सुशील चौहान*
*पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका भीलवाड़ा*
भीलवाड़ा। पहले से चल रही योजनाओं को नया बता कर शुरू हुआ *मंहगाई राहत कैम्प (शिविर*) पहले ही दिन कर्मचारियों के साथ जनता के लिए आफत शिविर बन गया। ना तो कर्मचारियों को पता था क्या करना और ना ही जनता को पता था क्या होना हैं।
करीब ढाई घंटे तक तेजाजी चौक में आयोजित शिविर का जायजा लेने के बाद जो *तस्वीर* सामने आई उसका *नजारा* कुछ इस तरह रहा।
नगर परिषद ने सुबह ही अपनी व्यवस्था को मूर्तरूप दे दिया। इस टेंन्ट,कुलर और पानी की व्यवस्था परिषद के अधिशाषी अभियंता सूर्य प्रकाश संचेती के नेतृत्व में की गई। कमी थी तो प्रशासन की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाओं की। यूं तो आज कुल चौदह स्थानों पल शिविर होने थे लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल के कारण चार स्थानों पर ही शिविर हुआ। जिनमें पुर में प्रशासन शहरों की संग शिविर था जिसे मंहगाई राहत शिविर का भी चोला पहनाया गया। प्रशासन तो कलेक्ट्रेट में राजस्व मंत्री रामलाल जाट के मुख्य आतिथ्य में आयोजित शिविर में ही व्यस्त रहा। बाकि रमा विहार, तेजाजी चौक का मंहगाई राहत शिविर भगवान भरोसे ही रहा। यहां लोग तो अपने राशन कार्ड,गैस डायरी, पेंशन पत्र, चिंरजीवी पत्र लेकर पंहुच गए, लेकिन शिविर में इनकी सुनने वाला कोई नहीं था। बारह बजे तक ना तो कम्प्यूटर पंहुचे और ना ही प्रपत्र।
जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई उन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें करना क्या है ?
यहां दो शिक्षक जो एस जी जी एस स्कूल धानमंडी के राधेश्याम प्रजापति और वीरेंद्र खींची की ड्यूटी थी। उन्हें पता नहीं की उन्हें क्या करना हैं। दोनों बताया कि रविवार को दस बजकर पचपन मिनट पर उनके पास कलेक्ट्रेट से फोन आया कि उन्हें 11बजे कलेक्ट्रेट मिंटिंग में आना हैं। उन्होंने कहां वो बाहर हैं पांच मिनट में कैसे आएंगे लगभग एक घंटे बाद आएंगे। इसके बाद वो गए तो उन्हें केवल प्राथमिक जानकारी दी दोनों ही कर्मचारी शिविर बारह बजे तक अगले निर्देश का इंतजार करते रहें। वहीं सिक्योर के विवेक स्वर्णकार से जानना चाहा कि बिजली के सौ यूनिट फ्री योजना कब से लागू होगी तो उन्होंने बताया कि अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं। तीस जून तक शिविर हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन के बाद ही तय होगा कि कब से सौ यूनिट फ्री की योजना लागू होगी। कम्प्यूटर आपरेटर तो आ गए लेकिन कम्प्यूटर नहीं आए। प्रशासन ने जिस कम्पनी को कम्प्यूटर का ठेका दिया वो कम्प्यूटर उपलब्ध नहीं करा सका। कम्पनी वाले ने बताया कि शनिवार को वर्क आर्डर मिला रविवार की छुट्टी थी। आज व्यवस्था करूंगा। लोग धूप में कम्प्यूटर आने इंतजार करते रहे। पार्षद उस्मान पठान ने अव्यवस्थाओं को लेकर जिला कलेक्टर को मोबाइल पर अवगत कराया तो कलक्टर तो आश्वासन दिया व्यवस्था करवाते है। यह नगर परिषद के अधिशाषी अभियन्ता सूर्य प्रकाश संचेती ने अपने स्तर पर एक लेपटाप की व्यवस्था करवाई तब जाकर थोड़ा काम शुरु हुआ। तेजाजी चौक में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल डांगी भी मौके पर आए । इससे पहले उन्हें मोबाइल किया तो उन्हें पता नहीं कि कितने शिविर शहर में लग रहे हैं। उनके मोबाइल पर तो चौदह शिविर की सूची थी। उन्हें तो कलेक्ट्रेट में होने वाले कार्यक्रम की जानकारी भी नहीं थी देरी से कलेक्ट्रेट में होने वाले कार्यक्रम की जानकारी मिली तो वो भी पंहुचे। जानकारी मिली की रमा विहार में भी होने वाले शिविर में कम्प्यूटर नहीं पहुंचे। यह तो यू आई टी सचिव ने अपने स्तर पर आठ कम्प्यूटर मंगवाकर शिविर जैसे तैसे शुरू करवाया।
लोग कह रहे थे कि उज्ज्वला योजना, पेंशन योजना, चिंरजीवी योजना, बिजली यूनिट में पचास यूनिट छूट के दस्तावेज पहले से ही सम्बन्धित विभागों में फिर पुनः इन्हीं पुरानी योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने का क्या औचित्य हैं *?* लोग कह रहे थे जब राज्य बजट में एक अप्रेल से सभी योजनाएं शुरू होने का था फिर रजिस्ट्रेशन क्यों। अब तीस जून तक तो रजिस्ट्रेशन होंगे तो जनता को इन योजनाओं का लाभ कब से मिलेगा *?* लोगों ने बताया कि जुलाई तक रजिस्ट्रेशन आवेदनों की छंटनी होगी। जब तक बिजली बिल, पेंशन, गैस तो पुरानी दरों से आएंगे। फिर लाभ कब मिलेगा *?*
– *स्वतंत्र पत्रकार*
– *पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका भीलवाड़ा*
– *वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेस क्लब भीलवाड़ा*