*🍁3️⃣3️⃣8️⃣ आयुर्वेद के घरेलू नुक्खे.. कान दर्द, बच्चों के बिस्तर में पेशाब करना, चिड़चिड़ापन, कमजोर हड्डियां, सर्दी-जुकाम खांसी, छींक, सरदर्द, गुर्दे, वायरल बुखार, अल्सर, वात, पित्त, कफ, पेशाब खुलकर आता है कमर दर्द, गुटनों का दर्द, गला खराब होने पर, शराब छुड़ाना, मुंह के छाले, मिर्गी, टायफाइड और पेट के कीड़े:*
*🔸1. कान का दर्द:*
*प्याज के रस को गुनगुना करके कान में डालनें से कान का दर्द ठीक होता है।*
*🔸2. बच्चों,की बिस्तर में पेशाब कर देनां:*
*प्रतिदिन 1 अखरोट और 10 किशमिश बच्चों को खिलानें से बिस्तर में पेशाब करनें की समस्या दूर होती है।*
*🔸3. मानसिक थकान, कमजोरी दूर करे, दांतों व हड्डियों की कमजोरी:*
*टमाटर के सेवन से चिढ़चिढ़ापन और मानसिक कमजोरी दूर होती है। यह मानसिक थकान को दूर कर मस्तिस्क को तंदरुस्त बनाये रखता है। इसके सेवन से दांतो व हड्डियों की कमजोरी भी दूर होती है।*
*🔸4. सर्दी-जुकाम खांसी:*
*तुलसी के पत्तो का रस, अदरख का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर 1-1चम्मच की मात्रा में दिन में 3 से 4 बार सेवन करनें से सर्दी,जुखाम व खांसी दूर होती है।*
*🔸5. छींके आना, नाक बहनां जलन व सरदर्द:*
*चाय की पत्ती की जगह तेज पत्ते की चाय पीनें से सर्दी, जुखाम, छींके आना, नाक बहना, जलन व सरदर्द में शीघ्र आराम मिलता है।*
*🔸6. गुर्दे ठीक करे, वजन कम करे, रक्त प्रवाह संतुलित रक्खे:*
*रोज सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पीने से चेहरे पर रौनक आती है वजन कम होता है, रक्त प्रवाह संतुलित रहता है और गुर्दे ठीक रहते है।*
*🔸7. वायरल बुखार:*
*पांच ग्राम दालचीनी, दो लोंग और एक चौथाई चम्मच सौंठ को पीसकर 1 लीटर पानी में उबाले जब यह 250 ग्राम रह जाए तब इसे छान कर दिन में 3 बार पीने से वायरल बुखार में आराम मिलता है।*
*🔸8. पेट का अल्सर व घाव:*
*पान के हरे पत्ते के आधे चम्मच रस में 2 चम्मच पानी मिलाकर रोज नाश्ते के बाद पीनें से पेट का अल्सर व घाव में आराम मिलता है।*
*🔸9. वात पित्त और कफ:*
*मूंग की छिलके वाली दाल को पकाकर यदि शुद्ध देशी घी में हींग-जीरे का तड़का लगाकर खाया जाए तो यह वात, पित्त और कफ तीनो दोषो को शांत करती है।*
*🔸10. जीर्ण रोग व शरीर स्वास्थ रक्खे:*
*भोजन में प्रतिदिन 20 से 30 प्रतिशत ताजा सब्जियों का प्रयोग करनें से जीर्ण रोग ठीक होता है उम्र लंबी होती है शरीर स्वस्थ रहता है।*
*🔸11. पेशाब की जलन व पेशाब खुलकर आये:*
*भिन्डी की सब्जी खानें से पेशाब की जलन दूर होती है तथा पेशाब साफ़ और खुलकर आता है।*
*🔸12. कमर दर्द:*
*दो तीन चम्मच नमक कढ़ाई में अच्छी तरह सेक कर गर्म नमक को मोटे कपड़े की पोटली में बांधकर सिकाई करनें से कमर दर्द में आराम मिलता है।*
*🔸13. कैंसर से लड़नें की क्षमता बढाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाए:*
*हरी मिर्च में एंटी आक्सिडेंट होता है जो की, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कैंसर से लड़ने में मदद करता है इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है जो की, प्राकृतिक प्रतिरक्षा में सुधार करता है।*
*🔸14. बीपी, कमर दर्द दस्त व गुटनों में दर्द:*
*मखाने को देसी घी में भून कर खाने से दस्तों में बहुत लाभ होता है इसके नियमित सेवन से रक्त चाप , कमर दर्द, तथा घुटनें के दर्द में लाभ मिलता है।*
*🔸15. अधिक गला खराब होने पर:*
*अधिक गला ख़राब होनें पर 5 अमरुद के पत्ते 1 गिलास पानी में उबाल कर थोड़ी देर आग पर पका ठंडा करके दिन में 4 से 5 बार गरारे करनें से शीघ्र लाभ होता है।*
*🔸16. लीवर ठीक करे व शराब छुड़ाए:*
*आधा किलो अजवाइन को 4 लीटर पान में उबाले 2 लीटर पानी बचनें पर छानकर रखें, इसे प्रतिदिन भोजन के पहले 1 कप पीनें से यह लिवर ठीक रहता है एवं शराब पीने की इच्छा नहीं होती।*
*🔸17. मुंह के छाले:*
*नीम की पत्तियों को छाया में सुखा कर पीस लें। इस चूर्ण में बराबर मात्रा में कत्थे का चूर्ण मिला लें इस चूर्ण को मुंह के छालों पर लगाकर लार टपकानें से मुंह के छाले ठीक होते है।*
*🔸18. ह्रदय, आमाशय और मस्तिष्क को शक्ति मिलती है:*
*प्रतिदिन सेब का सेवन करनें से ह्रदय, मस्तिस्क तथा आमाशय को समान रूप से शक्ति मिलती है तथा शरीर की कमजोरी दूर होती है।*
*🔸19. लो बीपीञको ठीक करे और शरीर को पुष्ट करे:*
*20 से 25 किशमिश चीनी मिटटी के बर्तन में रात को भिगो कर रख दें। सुबह इन्हें खूब चबा कर खानें से लो ब्लड प्रेसर में लाभ मिलता है व शरीर पुष्ट होता है।*
*🔸20. मिर्गी, टायफाइड और पेट के कीड़ों को समाप्त करे:*
*अमरुद में काफी पोषक तत्व होते है। इसके नियमित सेवन से कब्ज दूर होती है और मिर्गी, टाईफाइड, और पेट के कीड़े समाप्त होते है।*
*🔴अस्वीकरण*
*मैं अपनें किसी भी हेल्थ मैसेज का 100% सही होनें का दावा नहीं करता। इस टिप्स से काफी लोगों को फायदा हुआ है। कृपया आप किसी भी हेल्थ टिप्स पर अपनें ऊपर प्रयोग करनें से पूर्व अपनें वैद्य से राय लेवें।*
*🍁राजीव जैन*
*अध्यक्ष*
*बाल सेवा समिति, भीलवाड़ा*