*राजस्थान की बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर बन सकती है फिल्म*
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड को लेकर अब एक फिल्म बन सकती है. इसको लेकर एक प्रोड्यूसर की टीम कन्हैया हत्याकांड की बरसी पर 28 जून को उदयपुर आ सकती है. बता दें कि 28 जून 2022 को टेलर कन्हैयालाल की रियाज और गौश मोहम्मद नाम के दो आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला करते हुए कन्हैया की हत्या कर दी थी. इस तालिबानी हत्याकांड की गूंज न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर में सुनने और देखने को मिली थी. अब इस वीभत्स हत्याकांड को फिल्म के माध्यम से भी दिखाया जा सकता है. इसको लेकर एक प्रोड्यूसर का फोन कन्हैयालाल टेलर के बेटे यश के पास आया है.
कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनेगी फिल्म, 28 जून को मुंबई से उदयपुर आएगी प्रोडक्शन हाउस की टीम :कन्हैया लाल के बेटे यश ने बताया कि कुछ दिन पहले मुंबई की जानी फायरफॉक्स नाम की कंपनी से फोन आया था. फोन पर डायरेक्टर अमित जानी से बात हुई. उन्होंने कहा कि हम आपके पिता यानी कन्हैयालाल हत्याकांड पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. इस पूरे मामले को लेकर परिवार में चर्चा हुई. अब 28 जून डायरेक्टर अमित जानी उदयपुर आ सकते हैं. ऐसे में उनसे फिल्म को लेकर और अन्य मुद्दों पर विस्तार से बात की जाएगी. जिसमें फिल्म को लेकर उनसे बातचीत की जाएगी फिलहाल अभी तक इस फिल्म को लेकर कुछ तय नहीं हुआ है.
कन्हैया के बेटे यश ने बताया कि मुंबई के एक परिसर का फोन आया था जो मेरे पिता के हत्याकांड पर फिल्म बनाना चाहते हैं. उस फिल्म का नाम उदयपुर फाइल्स के नाम से रखा जा सकता है. इस फिल्म बनाने को लेकर मैंने मेरे परिवार से बातचीत की. जिसके बाद परिवार के सभी लोगों ने फिल्म बनाने की सहमति जताई थी. फिल्म के डायरेक्टर ने यश को कहा कि इस फिल्म में कन्हैयालाल से जुड़ी हुई हर बातें साझा करना चाहते हैं.
क्या कुछ हुआ था 28 जून 2022 को :शहर में 28 जून को दिनदहाड़े कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी. हत्यारों ने एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियों पर ऐसा ग्रहण लगाया कि पूरा परिवार इस घटना के सदमे से अभी तक उबर नहीं पाया है. उदयपुर में दिनदहाड़े 28 जून को रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया लाल साहू की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद आरोपियों ने इस वारदात की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे. इसके बाद इन आरोपियों के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए नजर आए थे. तालिबानी तरीके से कन्हैया लाल साहू की हत्या के मामले की जांच भारत सरकार ने एनआईए को दी थी. एनआईए इस मामले में 11 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है.