अंदर नए जिले के गठन को लेकर हवन और बाहर लाठीचार्ज, 13 लोग घायल, जानिए शाहपुरा में क्यों मचा वबाल
मोनू सुरेश छीपा।द वॉइस आफ राजस्थान
Rajasthan। शाहपुरा : भीलवाड़ा से अलग होकर जिला बने शाहपुरा में सोमवार को बड़ा बवाल हो गया। 7 अगस्त यानी आज राजस्थान के नवगठित 19 जिलों का स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान शाहपुरा जिले के स्थापना दिवस समारोह के ठीक बाहर जिले के सीमांकन को लेकर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी के सिर में चोट आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं 12 अन्य लोगों को भी चोट आई। समारोह के बाहर शाहपुरा की जनता पुलिस की लाठी खा रही थी और अंदर भीलवाड़ा जिले के प्रभारी जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉक्टर महेश जोशी स्थापना दिवस समारोह में शिरकत कर रहे थे।
इस बात को लेकर चल रहा है विवाद
नवगठित शाहपुरा जिले के सीमांकन में शाहपुरा से मात्र 38 किलोमीटर दूर हुरड़ा तहसील और गुलाबपुरा कस्बे को शाहपुरा में शामिल नहीं करने विवाद चल रहा है। इसके चलते पिछले 3 दिनों से शाहपुरा के बाजार पूरी तरह से बंद है और नागरिक जिले की खुशियां मनाने की अपेक्षा आंदोलन कर रहे हैं। रविवार को इन्होंने राजस्व मंत्री रामलाल जाट का पुतला फूंका । आंदोलनकारियों ने घोषणा कर रखी है कि जब तक शाहपुरा जिले का फिर से सीमांकन कर इसमें हुरड़ा तहसील और गुलाबपुरा कस्बा शामिल नहीं किया जाएगा। यह अनिश्चितकालीन बंद रखेंगे।
अंदर हवन में बैठे थे अधिकारी, बाहर हो रहा था लाठीचार्ज
आज इसी विरोध के चलते इन प्रदर्शनकारियों ने राजकीय प्रताप सिंह बाहरठ पीजी कॉलेज में आयोजित हो रहे शाहपुरा जिला स्थापना दिवस समारोह के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं इस दौरान कई लोगों ने समारोह में अंदर घुसने के प्रयास किया तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाग पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर इन पर लाठीचार्ज किया। जब जनता पर लाठीचार्ज हो रहा था तब कॉलेज के अंदर चल रहे हवन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ महेश जोशी, अजमेर रेंज की आईजी लता मनोज कुमार, भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ,नवगठित शाहपुरा जिले की कलेक्टर डॉ मंजू, एसपी आलोक श्रीवास्तव और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी मौजूद थे।