संपूर्ण न्यायपालिका के विरुद्ध अशोभनीय भाषा एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर मुख्यमंत्री गहलोत का पुतला फुका।
✍️ *मोनू सुरेश छीपा।द वॉयस ऑफ राजस्थान*
*भाजपा विधि प्रकोष्ठ ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा*। भीलवाड़ा 1 सितंबर भाजपा विधि प्रकोष्ठ द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा न्यायपालिका के विरुद्ध पत्रकार वार्ता के दौरान अशोभनिय भाषा का उपयोग कर संपूर्ण न्यायपालिका व वकीलों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाने के विरोध में आज कलेक्ट्रेट के बाहर मुख्यमंत्री का पुतला फूंक महामहिम राज्यपाल को भीलवाड़ा जिला कलेक्टर के मार्फत ज्ञापन सोपा गया भाजपा जिला मीडिया प्रभारी महावीर समदानी ने बताया कि भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एडवोकेट हेमेंद्र सिंह राणावत ने मुख्यमंत्री के बयान पर आरोप लगाते हुए कहा कि *वकीलों द्वारा जो भी फैसला टाइप करवा कर न्यायाधीश को दिया जाता है वही फैसला न्यायाधीशों द्वारा हस्ताक्षर कर निर्णय पारित कर दिया जाता है अदालतों में कितना भ्रष्टाचार है कि कोर्ट में फैसले तक वकील लिखते हैं जो वकील लिखकर लाता है वही न्यायाधीश का फैसला होता है*” मुख्यमंत्री का यह कथन बहुत ही शर्मनाक व पीड़ा दायक है वर्तमान समय में एकमात्र न्यायपालिका ही है जिस पर एक पीड़ित व्यक्ति पूर्ण विश्वास कर न्याय की उम्मीद करता है जिसे भी मुख्यमंत्री ने अपमानित किया है भाजपा विधि प्रकोष्ठ के साथ ही राजस्थान के समस्त अधिवक्ता मुख्यमंत्री के इस बयान का विरोध एवं निंदा करते हैं मुख्यमंत्री द्वारा न्यायपालिका व वकीलों पर लगाए गए गंभीर आरोप लगाना अती दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा विधि प्रकोष्ठ द्वारा मुख्यमंत्री के इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान पर जांच घटित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जावे इस अवसर पर विधि प्रकोष्ठ जिला संयोजक हेमेंद्र सिंह राणावत, वरिष्ठ अधिवक्ता शिवलाल शर्मा, भाजपा चुनाव आयोग जिला संयोजक उम्मेद सिंह राठौड़ ,जिला सहसंयोजक गोपाल सोनी,भीलवाड़ा विधानसभा सहसंयोजक कुशल साहू, मुकुंद सिंह पवार, नीरज पाराशर, विनोद तेली, जिला सहसंयोजक अंबालाल कुमावत ,रामपाल शर्मा विजय कुमार शर्मा, राकेश जैन, मोहम्मद फरजन, ललिता शर्मा ,कन्हैयालाल तेली, हरजीराम रेबारी, अर्जुन साहू, जितेंद्र सिंह राणावत ,गजेंद्र सिंह कानावत, अरविंद सेन रामस्वरूप जोशी ,भगवती लाल तेली सहित सैकड़ो अधिवक्ता उपस्थित रहे