*शाही लवाजमे के साथ जल झूलने निकले ठाकुरजी*
*शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा कर छिटका गया इत्र*
*जीवित झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र*
*नगर परिषद ने की सजावट*
*आतिशबाजी से चमक उठा गगन*
शाहपुरा-राजेन्द्र पाराशर।महलों के चौक से परपम्परागत तौर तरीके से व शाहीलवाजमे के साथ ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली गई। दिन में तीन बजे महलों के चौक में कई मंदिरों के बेवाण एकत्रित हुए। शाहपुरा श्याम सेवा समिति के तत्वाधान में निकाली गई शोभायात्रा में सबसे आगे ठाकुरजी के 4-4 अश्व चल रहे थे। श्याम रथ के पीछे श्रीराम दरबार बैंड की मधुर धुनों पर बजे भक्ति गीतों पर लोग झूम उठे। मन्दसौरी ढोल की थाप पर लोगों के पैर स्वतः थिरकते दिखे। उज्जैन महाकाल के डमरू व ध्वजयात्रा शोभायात्रा का आकर्षण का केंद्र रही। नगाड़ों के साथ शिव के कई डमरू, तासों की एक लय थाप से सम्पूर्ण वातावरण गूंज उठा। क्रोधित कालका के नृत्य की जीवंत झांकी को लोगों ने खूब सराहा। झांकी में वीर बजरंगी के साथ वानरों के साथ लोगों ने जमकर सेल्फी ली। सेठ सेठानी की झांकी व कच्ची घोड़ी नृत्य भारत की लोक संस्कृति को जीवंत करते दिखाया गया। बरसाने की राधा व गोपियों के संग कृष्ण द्वारा की गई रास लीला व नृत्य ने लोगों का मनमोहम लिया।
*पुजारियों का किया सम्मान:-* शाहपुरा श्याम समिति की ओर से सभी बेवाणों में श्री फल रखते हुए पुजारी को माला व शाल ओढाकर स्वागत किया।
*पुष्पवर्षा कर किया इत्र का छिड़काव* समिति की ओर से पुष्कर से मंगवाए क्विंटल गुलाब पत्तियों से शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा की गई। शोभायात्रा देखने उमड़े लोगों के हजूम पर इलेक्ट्रिक फव्वारों से इत्र का छिड़का किया गया जिससे सारा वातावरण महक उठा तथा गगन घट हो गया।
*नगर परिषद ने की सजावट* सभी बेवाण पिवनियां तालाब पर पहुंचने पर नगर परिषद द्वारा तालाब के तट पर भगवान के विश्राम के लिए तक्खत सजाये गए। पूर्व संध्या पर परिषद की ओर से शोभायात्रा मार्ग को रंग बिरंगी फरररियो, पताको से सजाते हुए पूरे मार्ग पर आकर्षक विधुत सजावट की गई। नगर परिषद की ओर से सभापति रघुनंदन सोनी व समस्त पार्षदों ने पिवनियां तालाब पहुंचने पर सभी बेवाणों में श्रीफल, पुष्पहार चढ़ाते हुए बेवाणों का स्वागत किया।
*शीतल पेय पिलाया:-* नया बाजार में स्कार्पियो ग्रुप सदस्यों ने शोभायात्रा में निकलने वाले सैंकड़ो श्रद्धालुओ को गुरुजी की ठंडाई पिलाई। वही चमना बावड़ी पर गणेश उत्सव समिति सदस्यों ने भी शीतल पेय पिलाया।
शोभायात्रा पिवणीया तालाब पहुंचने पर सरोवर की तीर पर जाकर पुजारियों व श्रधालुओं ने भगवान के बेवाणों को जल विहार करवाया गया।
*आतिशबाजी से चमक उठा गगन* जैसे ही ठाकुरजी की महाआरती प्रारम्भ हुई समारोह स्थल के पीछे श्याम समिति की ओर आकर्षक आतिशबाजी शुरू की। आधे घंटे तक अनवरत हुई आतिशबाजी से गगन व तालाब परिसर आतिश की रंगबिरंगी रोशनी से नहा उठा।
*कलेक्टर ने महाआरती व भगवान के किये दर्शन* सभापति सोनी ने कलेक्टर टीसी बोहरा को पिवणीया तालाब के आसपास लगे अस्थाई मेला परिसर व पिवणीया तालाब का अवलोकन करवाया। बोहरा ने महाआरती के दर्शन करते हुए चारभुजानाथ के दर्शन किये।
अंत में महाआरती पश्चात भगवान के बेवाण पुनः अपने अपने मन्दिरों की ओर प्रस्थान कर गए।