ग्रामीणों का लगातार मतदान का बहिष्कार, प्रशासन ने अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया।
मोनू सुरेश छीपा।द वॉयस ऑफ राजस्थान
शाहपुरा
रोड़ नहीं तो वोट नहीं विगत दिनों से चल रहे जोरा का खेड़ा एव नंदा का खेड़ा ग्रामवासियों द्वारा चल रहे आंदोलन की प्रशासन से प्रमुख मांगे रखी गई कि
जोरा का खेड़ा एव नंदा का खेड़ा से पंचायत मुख्यालय तक रोड और जोरा का खेड़ा से माली खेड़ा तक रोड एवं शमशान के रास्ते का अतिक्रमण हटवाना। ग्राम पंचायत धरना प्रदर्शन के बाद 21 नवंबर मंगलवार को तहसीलदार बसंत कुमार पांडे जोरा का खेड़ा पहुंचे लेकिन कोई उचित आश्वासन नहीं मिला। हम सब ग्राम वासियों की मांगे है कि कलेक्टर महोदय और एसडीम महोदय गांव में पहुंचकर ग्राम वासियों से रूबरू बात कर आश्वासन की मांग करते हैं समस्त दोनों ग्राम वासियों का कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो होने वाले 25 नवंबर 2023 को मतदान का बहिष्कार करेंगे। रोड नहीं तो वोट नहीं। गौरव तालाब है कि ग्राम वासियों ने 15 नवंबर बुधवार को तहसीलदार बसंत कुमार पांडे को ज्ञापन सोंपा उसके बाद 20 नवंबर सोमवार को ग्राम पंचायत पर धरना प्रदर्शन करके कलेक्टर, सचिव, एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। लेकिन अभी तक ग्रामीणों अपनी मांग को लेकर कोई सफलता हासिल नहीं हुई।