*आचार्य चाणक्य विधि महाविद्यालय द्वारा बाल सुधार गृह- भीलवाड़ा में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन*
भीलवाड़ा
आचार्य चाणक्य विधि महाविद्यालय के विधिक जागरूकता सेल के सौजन्य से पालड़ी स्थित बाल आश्रय गृह पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करती बाल कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्र कला ओझा ने कहा आज बाल अधिकार सुरक्षा कल्याण सुनिश्चित करना वक्त की मांग है।बच्चो की उचित देखभाल,सुरक्षा व परवरिश हो ताकि बच्चे अच्छे नागरिक बन सके। बाल अधिकारिता सहायक निदेशक धर्मराज प्रतिहार ने बताया कि संरक्षण गृह में बालको को पूर्ववास के उद्देश्य से रखा जाता है।वातावरण बदलकर ही बच्चो को गलत कार्य करने से रोका जा सकता है।चाइल्ड हेल्प लाईन के समन्वयक हेमंत ने चाइल्ड हेल्प लाइन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।साथ ही बेसहारा,बेघर अनाथ बच्चों की सूचना देने का आह्वान किया ताकि उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ा जा सके। संरक्षण गृह अधीक्षक गौरव सारस्वत ने भी केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित जानकारी साझा की।संस्थान निदेशक दीपक शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को किशोर न्याय बोर्ड की कार्यवाही से अवगत कराना था।संगोष्ठी के अंत में एडवोकेट प्रहलाद राय व्यास ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम से निश्चित रूप से बच्चो के न्याय का रास्ता साफ होगा। संगोष्ठी के पश्चात विधि विधार्थियों ने किशोर न्याय बोर्ड की कार्यवाही का अवलोकन किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक व्याख्याता नेहा बोथरा ने किया। सभा में व्याख्याता सुनंदा विश्नोई व बाल कल्याण समिति सदस्य विनोद राव ने भी विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम में महाविद्यालय के 75 विद्यार्थियों सहित विधि व्याख्याताओं ने भाग लिया।इस जागरूकता शिविर में महाविद्यालय की द्वितीय वर्ष की छात्रा गायत्री गुलानी एवं प्रथम वर्ष के छात्र प्रियांश जैन द्वारा बाल सुधार जागरूकता के सन्दर्भ में अपने विचार व्यक्त किये I इस अवसर पर डॉ. आकांशा शर्मा,शोभना वर्मा,विनोद कुमार,संतोष कुमार, कमलेश पारीक,संगीता सिंह ,संतोष शर्मा,कुश रोशन, दिनेश शर्मा तथा सुशीला मीणा आदि व्याख्याता-गण उपस्थित रहेI