नए मंत्री मंडल के संभावित चेहरों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म
बृजेश शर्मा/मोनू सुरेश छीपा।द वॉयस ऑफ राजस्थान राजस्थान
भीलवाड़ा
सियासत में संभावनाएं कभी खत्म नहीं होती। संभावनाएं ही सक्रियता को निरन्तर रखती है। कहीं चुनावी जीत की संभावनाएं, जीत के बाद सरकार बनने की संभावनाएं तो सरकार बन जाने के बाद मंत्री मण्डल में नए चेहरों के आने की संभावनाएं और इसी में कहीं-कहीं मंत्री मण्डल के वर्षों पुराने चेहरों की विदाई की आशंकाएं। कई मर्तबा सियासत संभावनाओं और आशंकाओं के इर्द-गिर्द ही चलती है। संभावनाएं खुद की या अपने किसी करीबी के राजनीतिक पद पर पहुंचने की और आशंकाएं कि कहीं विरोधी या उसका कोई करीबी महत्वपूर्ण पद पर अपना
दांव ना मार जाए। भीलवाड़ा शहर की राजनीति में इन दिनों सियासत में संभावनाओं को लेकर राजनीतिक चर्चाओं के बाजार गर्म है। इस तन कंपकपाती ठंड में यहां कुछ गर्म है तो वो राजस्थान के नवीन मंत्री मण्डल के गठन की संभावनाओं की चर्चाओं का बाज़ार है जो इन दिनों गर्म है। हालांकि पूरा प्रदेश का राजनीतिक परिदृश्य इससे अलग नहीं है। क्योंकि जब तक प्रदेश के नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा राजस्थान की नई सरकार के मंत्री मण्डल का गठन नहीं कर देते तब तक मंत्री मण्डल में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर संभावनाओं, व अटकलों का बाजार गर्म ही रहेगा। यहां परस्पर राजनीतिक चर्चाओं में शामिल लगभग सभी को अपने पसंदीदा नेता को मंत्री मण्डल में शामिल किए जाने की फिक्र है। चर्चाओं में कोई अपने पसंदीदा नेता के लगातार विधानसभा चुनाव में जीतने का तर्क रखता है तो कोई क्षेत्रीय संतुलन को लेकर अपने पसंदीदा नेता को मंत्री बनाए जाने के पक्ष में संभावनाएं व्यक्त करता नज़र आ जाता है। हालांकि इन चर्चाओं में कुछ तो संभावनाओं से कही आगे बढ़ते हुए अपने पसंदीदा चेहरे को मंत्री मण्डल में शामिल किए जाने का दावा पूरे आत्मविश्वास करते नज़र आते है। इनमें से अतिभावुक प्रवृत्ति के आत्मविश्वास से लबरेज कुछ तो जी इसका भी दावा दमदारी से करते नज़र आते है।
मंत्री बनते देखने की उम्मीद
सियासत में संभावनाएं जीवंत रहती है। संभावनाएं जताना गलत भी नहीं है। क्योंकि संभावनाएं उम्मीदों को जिंदा रखती है। अपने क्षेत्र के विकास की आस हर इंसान को रहती है। इसलिए भी लोग अपने क्षेत्र से निर्वाचित या अपने क्षेत्र से काफी नजदीक से जुड़े नेता को मंत्री बनते देखने की उम्मीद रखते है। अभी तक मंत्री मण्डल में शामिल चेहरों के नाम भले ही तय नहीं हुए हो लेकिन इतना तो तय है कि राजस्थान सरकार के मंत्री मण्डल गठन होने तक मंत्री मण्डल में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों की संभावनाओं को लेकर राजनीतिक चर्चाओं का बाजार दिसम्बर की इस तेज ठंड में लगातार गर्माता रहने वाला है।