भाई बहन की रक्षा करे यह भूमिका होती हैं।बहन द्वारा भाई को राखी बांधने से अधिक महत्वपूर्ण है।सीमा पारीक
महावीर वैष्णव महुआ
महुआ अंसल सुशांत सिटी भीलवाड़ा के विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी शक्ति साधना केंद्र पर रक्षा सूत्र का कार्यक्रम किया गया। शक्ति साधना केंद्र प्रमुख आस्था पारीक ने भैया बहनों के रक्षा सूत्र बधवाया। दुर्गा वाहिनी प्रांत छात्रा प्रमुख सीमा पारीक ने भैया बहनों को राखी का एक भावनात्मक महत्व बताया बहन भाई के हाथ (कलाई) में बांधती है एवं उसके पीछे भाई का उत्कर्ष (प्रगति) हो एवं भाई बहन की रक्षा करें यह भूमिका होती है बहन द्वारा भाई को राखी बांधने से अधिक महत्वपूर्ण है इस कारण उनका विशेषतः युवक एवं पुरुषों का युवती अथवा स्त्री की तरफ देखने का दृष्टिकोण बदलता है अतः बहनों ने ये संकल्प लिया गया बहनों ने अपने भैया से उपहार नहीं लेकर संकल्प लिया हमारी किसी भी हिंदू बहन किसी भी परिस्थिति हो आप हमेशा उनकी रक्षा करेंगे और जब चीर हरण के समय द्रौपदी लाचार थी और सब से मदद की भीख मांग रही थी। उस समय भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की चीर बढ़ाकर उनकी सुरक्षा की थी तब से हर बहन राखी वाले दिन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन उन्हें देते हैं। राखी का पर्व भाई- बहन के बीच के पवित्र प्रेम का पर्व है ।कार्यक्रम में सम्राट मीणा, माही वैरागी, हेमराज मीणा , अनिशा बसीटा, लवी राठौड़, श्रद्धा पारीक, कुंज राठौड़, आस्था पारीक, अंजना लक्षकार, वीरू नायक, हिमांशी सोमाणी, ऋषभ, अभि, अनन्या, प्राची, नव्या पारीक सभी भईया बहने उपस्थिति रहे।