जिला शाहपुरा के फड़ चित्रकार विजय जोशी करेगेे जापान में कला प्रदर्शन।
कोबे, ओसाका जापान में शाहपुरा फड़ चित्रकारी ।
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा
विश्वविख्यात शाहपुरा शैली के फड़ चि़त्रकार विजय जोशी द्वारा ओसाका, टोक्यों जापान में दिनांक 11 से 21अक्टूम्बर तक भारत-जापान सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यक्रम में शाहपुरा की फड़ चित्रकारी का कला पे्रमियों के समक्ष लाईव प्रदर्शन करेगे। साथ ही फड़ चित्रकारी भी प्रदर्शित होगी
इस लाइव कला प्रदर्शन में विजय जोशी जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से जापान के कला प्रेमियों को फड़ पेंटिंग के विभिन्न पहलुओं से अवगत करायेंगे । जोशी द्वारा कला प्रेमियों को बताया जायेगा कि कैसे ये पेंटिंग्स बनती हैं, रंगों का चयन कैसे किया जाता है, और किस प्रकार की सामग्री का उपयोग होता है। फड़ चित्रकारी की बारिकियों से अवगत कराया जायेगा, कि किस तरह से मोटे ब्रश और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करते हुए ये कलाकार कपड़े पर अपनी कला को जीवंत करते हैं। प्रदर्शन के दौरान, कला प्रेमियों द्वारा फड़ चित्रकारी बना सकते है। इस पारंपरिक कला के प्रति अपनी रुचि को और गहरा कर सकते है।
जोशी के साथ चार और कलाकार अपनी कला का पदर्शन करेंगे जो अलग अलग राज्यों से है अलग अलग विधा में है। कलाकारों का चयन वि. आयु. कार्या. वस्त्र मंत्रालय द्वारा हुआ
भारतीय कला की समृद्धि को प्रदर्शित करने के लिए शाहपुरा शैली की फड़ पेंटिंग का लाइव प्रदर्शन होगा।
विश्वविख्यात शाहपुरा शैली फड़ चित्रकारी अपनी मोलिकता, जीवंतता और रंगीनता के लिए प्रसिद्ध है। फड़ चित्रकारी आमतौर पर कपड़े पर बनाई जाती हैं और इनमें पाबुजी और देवनारायण जी की महागाथाओ का चित्रण किया जाता है। जिसे शाहपुरा मूल के जोशी चित्रकार करते है। ये कला का एक अद्भुत रूप हैं, जो न केवल देखने में आकर्षक हैं, बल्कि इनके पीछे एक गहरी कहानी भी होती है।
यह आयोजन भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान करना है शाहपुरा के फड़ चित्रकार विजय जोशी जापान में भारतीय संस्कृति की विविधता से परिचय करायेंगे।
जापान में आयोजित शाहपुरा फड़ पेंटिंग का यह लाइव प्रदर्शन भारतीय कला का एक अद्भुत उदाहरण है ।
क्या है फड़ चित्रण
फड़ चित्र लोक गाथाओ का चित्रण है पड़ का सामान्य अर्थ है कथात्मक चित्र पड़ का समानार्थी शब्द फड़ है और यह शब्द ही लोक व्यवहार मे प्रचलित है। चित्रो के माध्यम से कहानी को गाकर के बताना या सुनाना। फड़ चित्र शाहपुरा शैली मे बनाये जाते है जिसका उद्भव 700 वर्ष पुर्व शाहपुरा में हुआ था।
विजय जोशी को फड़ चित्रकारी के लिए कई राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय पुरस्कारो और सम्मानो से जवाजा जा चुका है। जोशी के छोटे भाई विवेक जोशी को भी इस कला के लिए स्कॉलरशिप व फेलोशिप मिल चुकी है।
विजय जोशी द्वारा कई देशो अमेरिका, कोलम्बिया, बोगोटा, फ्रांस, जर्मनी, एम्सटरडम, मेक्सिको, गुडलजारा में फड़ चित्रकारी की प्रदर्शनी व कार्यशालाए कर चुके है । भारत में जॅहागीर आर्ट गैलेरी व कई और प्रमुख कला दीर्धाओं में एकल कला प्रदर्शनी लगा चुके जिसे बहुत सराहा गया।
जोशी द्वारा निर्मित फड़ चित्रकारी भारत एवं विदेशो में सुसज्जित एवं शोभायमान है। भारत के कई एयरपोर्ट, राजभवन, म्युजियम्स, सीएजी, कई फिल्मी हस्तियों व कई केन्द्रीय मंत्रालयो में सुसज्जित है।
जोशी द्वारा 2005 में अमिताभ बच्चन, मिलेनियम सुपर स्टार पर भी फड़ का निर्माण किया जा चुका है।
2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150 वी जयंती पर फड़ शाहपुरा शैली में विजय , विवेक जोशी द्वारा बनाई गई ।
जोशी के पिता श्री शान्ति लाल जोशी को सन् 1991 में राष्ट्रपति पुरस्कार 1984 का राज्य स्तरीय पुरस्कार शाहपुरा फड़ चित्रकारी के लिए मिला साथ ही कई राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय पुरस्कारो से जवाजा जा चुका है व जोशी पर कई डाक्युमेन्ट्री भी बन चुकी है।