*नरेश मीणा की रिहाई को लामबद्ध हुवा मीणा समाज-जिला कलेक्टर को सौंपा मांगो का ज्ञापन*
*केकडी 18 नवंबर(पवन राठी*) *प्रगतिशील मीणा समाज संस्थान केकड़ी ने देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान ग्राम समरावता में हुई घटना के विरोध में राज्यपाल महोदय के नाम जिला कलेक्टर श्वेता चौहान के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। ज्ञापन में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और ग्रामीणों पर हुए लाठीचार्ज, आंसू गैस के प्रयोग और पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई है।*
*ज्ञापन के अनुसार 13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान ग्राम समरावता के निवासियों ने शांतिपूर्ण तरीके से मतदान का बहिष्कार किया। उनकी मांग थी कि उनके गांव और आसपास के क्षेत्रों को देवली के स्थान पर नजदीकी उपखंड मुख्यालय उनियारा से जोड़ा जाए। इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और उपखंड अधिकारी अमित चौधरी के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई। आरोप है कि अधिकारी ने सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की धमकी देकर जबरन मतदान कराया और एक विशेष प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने का दबाव बनाया।*
*घटना के बाद नरेश मीणा ने शांति बनाए रखने का प्रयास किया और ग्रामीणों को मतदान के लिए प्रेरित किया। लेकिन रात को पुलिस प्रशासन ने कथित रूप से लाठीचार्ज, आंसू गैस का प्रयोग और ग्रामवासियों पर जानलेवा हमला किया। आरोप है कि पुलिस ने गांव में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया।*
*इनकी प्रमुख मांगें: निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और गिरफ्तार ग्रामवासियों को तुरंत रिहा किया जाए। पुलिस प्रशासन की कथित अत्याचारपूर्ण कार्रवाई की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। दोषी अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। समरावता गांव और आसपास के क्षेत्रों को उनियारा उपखंड मुख्यालय से जोड़ने की मांग को गंभीरता से लिया जाए। प्रगतिशील मीणा समाज ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि यदि इन मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। उन्होंने प्रशासन से ग्रामीणों को न्याय दिलाने की अपील की है।*