खेड़ा पालोला में पहली बार पीपल के पौधे के नीचे महिलाओं ने दशामाता की पूजा अर्चना!
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गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) निकटवर्ती ग्राम कोठियां के पास खेड़ा पालोला में महिलाओं ने पहली बार पीपल के पेड़ के निचे बैठकर दशामाता की पूजा अर्चना की। जहाँ प्रकृति प्रेमी भीलवाड़ा जिला के गांवो के नाम खजूरी ,खेजड़ी ,आमां , बडला, आमली, नीम खेड़ा, बोरखेड़ा, पिपली है वहीं कोठियां पंचायत के ग्राम खेड़ा पालोला में एक भी पीपल का पेड़ नहीं होने से वर्षों से पीपल की सूखी टहनी या पत्ते को आधार मानकर महिलाएं अपने घरों पर ही दशा माता की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती आ रही है। इस बार सोमवार को दशा माता पर्व पर पहली बार पीपल के पौधे की छांव में बैठकर महिलाओं ने माता पार्वती की पूजा अर्चना कर राहत की सांस महसूस की गई। श्रीमती सुशीला शर्मा ने बताया कि गांव में एक भी पीपल का पेड़ नहीं होने से महिलाएं पीपल की टहनी या पत्ते को आधार मानकर वर्षों से पूजा अर्चना करती आ रही है। इस बार विद्यालय के स्काउट बालको के प्रयास से दो पीपल के पेड़ बड़े हो गए हैं।पहली बार गांव में महिलाओं ने पीपल के पेड़ की छांव में बैठकर दशा माता की कथा सुनी सुख समृद्धि की कामना की। अवसर पर अन्नू पत्नि मनफूल चौधरी ,सुरता देवी पत्नि प्रहलाद सिंह चौधरी सुनीता पारीक, पारसी देवी जाट ने दशा माता की कहानी सुनी और विद्यालय के प्रयास की सराहना करते हुए प्रगति की कामना की । विद्यार्थियों ने भी इस अद्भुत क्षण का नजारा देखा।
खेड़ा पालोला में पहली बार पीपल के पौधे के नीचे महिलाओं ने दशामाता की पूजा अर्चना!

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