
“जीवन में आनंद की खोज और आत्मिक जागृति पर विशेष प्रेरणादायी सत्र सम्पन्न”
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
भीलवाड़ा में कुमुद विहार स्थित वैदिक गार्डन में आज एक विशेष आध्यात्मिक एवं प्रेरणास्पद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस नि:शुल्क सत्र का नेतृत्व जाने-माने चिंतक एवं आध्यात्मिक मार्गदर्शक व प्रसिद्ध उद्योगपति तिलोक छाबड़ा ने किया। उन्होंने “जीवन में आनंद की खोज, तनाव मुक्त जीवन, धर्म की वास्तविकता और आभामंडल (Aura) की शक्ति” जैसे विषयों पर अपने अनुभवजन्य और जीवनस्पर्शी विचार साझा किए।
इस आयोजन में शहर की कई जानी-मानी हस्तियाँ, उद्योगपति, समाजसेवी, चिकित्सक, शिक्षाविद् और युवा बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने तिलोक चंद छाबड़ा के विचारों की सहजता, गहराई और प्रभावशीलता की सराहना की।
तिलोक चन्द छाबड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि धर्म का वास्तविक स्वरूप केवल बाहरी क्रियाओं में नहीं, बल्कि अंतरात्मा की शुद्धि और भावों की निर्मलता में छिपा है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वर्ग और नरक कोई भौतिक स्थान नहीं, बल्कि हमारे दृष्टिकोण और मानसिक स्थिति का परिणाम हैं।
उन्होंने ध्यान, स्वीकार्य भाव, आत्म-अवलोकन और माइंड प्रोग्रामिंग जैसे सरल अभ्यासों के माध्यम से जीवन को सकारात्मक व आनंदमय बनाने के व्यावहारिक उपाय साझा किए। कार्यक्रम का समापन एक भावपूर्ण सामूहिक ध्यान सत्र के साथ हुआ, जिसने सभी को गहरी शांति और ऊर्जा से भर दिया।
सहभागियों ने बताया कि आत्मिक जागरूकता, मानसिक संतुलन और जीवन को सकारात्मक दिशा देने की दिशा में यह आयोजन एक प्रभावशाली कदम सिद्ध होगा। सभी सहभागियों की मांग पर इस नि: शुल्क सत्र को साप्ताहिक आधार पर हर शनिवार को वैदिक गार्डन, कुमुद विहार में आयोजित किया जाएगा।