हिन्दुस्तान जिंक के शिक्षा संबल कार्यक्रम में अध्ययनरत विद्यार्थियों का उत्कृष्ठ रहा परिणाम
वर्तमान में कक्षा 6 से 12वीं के 8 हजार से अधिक विद्यार्थी हो रहे हैं लाभान्वित
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) मोनु सुरेश छीपा हिन्दुस्तान जिंक द्वारा छात्रों के लिए चलाये जा रहे शिक्षा संबल कार्यक्रम के विद्यार्थियों का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं कक्षा का परिणाम उत्कृष्ठ रहा। वर्तमान में इस कार्यक्रम में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के 8 हजार विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। हाल ही में घोषित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड दसवीं के परिणामों में 88 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए जिनमें से 31 प्रतिशत प्रथम श्रेणी प्राप्त है। 66 राजकीय विद्यालयों में से 23 का परिणाम शत-प्रतिशत रहा एवं 49 का परिणाम 90 प्रतिशत से अधिक हैं। वित्तीय वर्ष 2016 से जब कार्यक्रम शुरू किया गया था उस समय से कुल 21 प्रतिशत बढ़कर 67 से 88 हो गया है। प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को प्रतिशत वर्ष 2016 में 14 प्रतिशत से अब बढ़कर 31 प्रतिशत हो गया है। वहीं अनुत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत भी 33 से घटकर 12 रह गया है। कक्षा 10वीं में इस वर्ष 133 बालिकाओं का चयन गार्गी पुरस्कार हेतु हुआ है। इसी प्रकार कक्षा 12 वीं के विज्ञान संकाय के हाल ही में घोषित परिणाम में शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत् विद्यार्थियों का परिणाम 97.26 प्रतिशत रहा। विज्ञान संकाय में में 13 सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं जिन्हें हिन्दुस्तान जिंक के परिचालन क्षेत्र के 5 जिलों और 6 स्थानों में शिक्षा संबल परियोजना के तहत सहयोग किया जा रहा है जिसमें कुल 219 छात्र हैं। इस वर्ष परिणाम शत प्रतिशत रहा है 13 विद्यालयों का परिणाम 97 प्रतिशत, 27 प्रतिशत को 75 प्रतिशत से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 48 प्रतिशत रहा है। इस वर्ष 26 बालिकाओं का चयन गार्गी पुरस्कार हेतु किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत् राजकीय विद्यालयों में अतिरिक्त शिक्षकों द्वारा शिक्षण सुविधा प्रदान करने के साथ ही, शिक्षण सामग्री प्रदान की जाती है, कृषि, पशुपालन और विद्युत व्यापार पर व्यावसायिक सत्र होते हैं जो छात्रों को सीखने के लिए व्यावहारिक अनुभव और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं। विद्यार्थियों में अध्ययन क्षमता में सुधार हेतु प्रयोगशालाओं और पुस्तकालयों के माध्यम से उनमें वैचारिक स्पष्टता भी लाते हैं।
ग्रीष्मकालीन अवकाश में समर कैंप आयोजित
ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान एक माह तक समर कैंप आयोजित किए गए थे, जिसमें गहन शैक्षणिक के साथ-साथ अन्य पहलुओ पर भी विशेष ध्यान दिया गया था जिससे विद्यार्थियों को सर्वागीण विकास सुनिश्चित हो। शीतकालीन अवकाश के दौरान छात्रों को अभ्यास और परीक्षा हेतु डेस्कवर्क प्रदान कर परीक्षा-उन्मुख तैयारी पर गहन ध्यान दिया जाता है।
शिक्षा संबल की 2017 में हुई शुरुआत
शिक्षा संबल की शुरुआत 2017 में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा तकनीकी पार्टनर विद्या भवन के साथ शिक्षा के नवाचार के रुप में हुई। इसका उद्धेश्य राजकीय विद्यालयो मे पढ़ने वाले उन मेधावी छात्रो को आगे लाना है जो उचित मार्गदर्शन और संसाधनो के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। इसके तहत कंपनी के कार्यक्षेत्र के 6 जिलो से उदयपुर, राजसमंद, चितौड़गढ़ भीलवाड़ा, अजमेर, उतराखण्ड के पंतनगर के कक्षा 6 से 12वीं के छात्रो को अतिरिक्त अध्यापकों के माध्यम से विषय आधारित सुविधा प्रदान की जाती है।