गंगापुर में पटवार संघ ने किया कार्य बहिष्कार,धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की
गंगापुर (दिनेश लक्षकार ) राजस्थान राजस्व सेवा परिषद ने मांग पत्र पर हुई सहमति की क्रियान्विती नहीं होने को लेकर 28 अगस्त से कार्य का बहिष्कार करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी राजेश सुवालका को ज्ञापन सौंपा गया ।
ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के 4 अक्टूबर 2021 के लिखित समझौते पर क्रियान्वित्ती नहीं होने के कारण समय-समय पर दिए गए। ज्ञापनों एवं 17 अप्रैल 2023 को नए सिरे से प्रस्तुत किए गए मांग पत्र पर 23 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री के साथ हुए 4 अक्टूबर 2021 के लिखित समझौते एवं नवीन मांग पत्र के निम्न बिंदुओं पर सहमति प्रदान की गई थी। सीधी भर्ती के आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संस्थित करने तथा मंत्रालयिक कर्मचारी का पदोन्नति कोटा समाप्त करना, वरिष्ठ पटवारी पद का विलोपन किया जाना (9-18-27 पदोन्नति पद के अनुरूप चयनित वेतनमान लागू करते हुए),पटवारी भू अभिलेख, निरीक्षक, नायब तहसीलदार व तहसीलदार पदों का कैडर पुनर्गठन किया जाकर नवीन पद सॄजीत किए जाना, नायब तहसीलदार का पद शत् प्रतिशत पदोन्नित पद घोषित करना, पटवारी के लिये स्थानान्तरण नियम 9 ib जो 24 नवंबर 2020
को विलोपन किया गया था, उक्त नियम को पुनः बहाल किये जाने हेतु, पटवारी की ग्रेड पे किए जाने हेतु, RAS कैडर को रिव्यू किया जाना उक्त बिंदुओं पर एक से दो माह में आदेश जारी करने हेतु सहमति प्रदान की गई थी, किन्तु चार माह से अधिक का समय व्यतित हो जाने के उपरान्त एक भी मांग के संबंध में आदेश जारी नहीं किये गये है, जिसके कारण राजस्व सेवा परिषद के कार्मिको (पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार व तहसीलदार) में रोष है। अतः उक्त सहमति के बिंदुओं की क्रियान्वित्ती नहीं होने के फलस्वरूप राजस्थान राजस्व सेवा परिषद द्वारा 28 अगस्त से पेन डाउन हड़ताल करने का निर्णय लिया है उक्त पेन डाउन हड़ताल आदेश जारी नहीं होने तक रहेगा तथा उपखंड मुख्यालयों पर उपस्थित रहकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के दौरान नायब तहसीलदार रामचंद्र वैष्णव, पटवार संघ अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, उपाध्यक्ष प्रेमचंद सालवी, संयुक्त मंत्री गणेश कुमार शर्मा, संगठन मंत्री दिग्विजय सिंह, पटवारी रमननाय, अंकुर मीणा, प्रिया सिंगारिया, किरण यादव, रामेश्वर सारस्वत, तपस्या राठौड़, नरेंद्र कुमार चौहान, हरिशंकर गौड़, मनोहर सिंह चुंडावत आदि मौजूद थे।