*प्रत्येक नारी सास-ससुर को माता-पिता एवं पति को परमेश्वर मानकर सेवा का धर्म निभायें- सुखदेव महाराज*
*श्री केरलेश्वर महादेव मन्दिर में 12 दिवसीय शिव महापुराण कथा का हुआ समापन*
-मन्दिर सेवा समिति एवं महादेव महिला मंडल की ओर से कथावाचक का किया स्वागत-सम्मान
शिवगंज,22 सितम्बर।श्री केरलेश्वर महादेव मंदिर में महादेव मंडली छावणी-शिवगंज द्वारा आयोजित 12 दिवसीय शिव महापुराण कथा का शुक्रवार को बड़ी संख्या में भक्तों, धर्मप्रेमी सज्जनों,श्रद्धालुओं एवं श्री केरलेश्वर महादेव मन्दिर सेवा समिति पदाधिकारियों की उपस्थिति में समापन हो गया।
नागौर निवासी रामस्नेही कथावाचक संत श्री सुखदेव महाराज ने शिव महापुराण कथा के 12 वें व अन्तिम दिन अपने श्री मुख से सभी उपस्थित भक्तों को कथा का श्रवण कराया।
कथावाचक ने कथा के अन्तिम दिन माता पार्वती की विदाई प्रसंग पर कथा का वाचन करते हुए कहा कि माता मैना एवं उपस्थित ब्राह्मणों की पत्नियों ने पार्वती की ससुराल विदाई के समय सीख दी कि वह पति को परमेश्वर मानकर उनकी सेवा करेगी।
तब पार्वती ने सीख को स्वीकार करते हुए भोलेनाथ के साथ पतिव्रता का धर्म निभाया।उन्होंने कहा कि कथा श्रवण की सीख लेते हुए ऐसे ही प्रत्येक नारी को भी विवाह के बाद पति को परमेश्वर मानकर पतिव्रता धर्म निभाना चाहिए।
महाराज जी कहा कि माता-पिता को भी चाहिए कि वे अपनी बच्चियों को अच्छी शिक्षा-दिक्षा के साथ संस्कारवान बनायें ताकि वे विवाह के बाद ससुराल को अपना घर-परिवार माने और अपने पति को परमेश्वर एवं सास-ससुर को माता-पिता मानकर उनकी सेवा-सुश्रा का धर्म निभाये।यह प्रत्येक विवाहित नारी का परम कर्तव्य ही नहीं धर्म भी हैं।
महाराज ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों पर नजर डाली जाए तो बच्चियां अपना घर माता-पिता की सीख व संस्कार के अभाव में नही बसा पा रही हैं।विवाह होने के बाद भी पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते रेत के टीलों की तरह ढह रहे हैं।
कथावाचक ने अंत में शिव महापुराण कथा का आयोजन करवाने के लिए महादेव मंडली,सुन्दर व्यवस्था करने के साथ स्वागत-सम्मान के लिए मन्दिर सेवा समिति एवं महादेव महिला मंडल का आभार प्रदर्शित किया।कथा विराम पर व्यासपीठ एवं विराजमान किए गए देवताओं की आरती की गई एवं भजनों की प्रस्तुति के साथ विधिवत समापन किया जाकर प्रसाद का वितरण किया गया।
इस अवसर पर श्री केरलेश्वर महादेव मन्दिर सेवा समिति के अध्यक्ष गंगाराम गोयल एवं कोषाध्यक्ष नारायण लाल गहलोत हरिओम ने उपस्थित भारी जन समुदाय के बीच कथावाचक सुखदेव महाराज का साफा पहनाकर,शाल ओढ़ाकर एवं अन्य अंग वस्त्र तथा लिफाफा भेट कर सम्मान किया।श्री महादेव महिला मंडल की ओर से अध्यक्ष श्रीमती उषा सोनी ने महाराज का कुंकुम का तिलक लगाकर व पुष्प वर्षा कर स्वागत के साथ विदाई दी।
कथा में उपस्थित भक्त जनों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष गंगाराम गोयल ने महाराज श्री के श्री मुख से सुनी कथा की ज्ञानवर्धक बातों को अपने जीवन में उतारने तथा ऐसे ही समय-समय पर आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यों में अपनी उपस्थिति देने के साथ ही सनातन धर्म की रक्षा के लिए कार्य करने का आह्वान किया।कथा में सेवा समिति के अध्यक्ष गंगाराम गोयल,कोषाध्यक्ष नारायण लाल गहलोत,महादेव महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती उषा सोनी के अतिरिक्त श्रोता के रुप में मुरलीधर अग्रवाल,गणेशराम भाटी,शंभू लाल अग्रवाल,पुजारी बाबूलाल त्रिवेदी, भारत त्रिवेदी,मातृशक्ति श्रीमती बीना गोयल,सम्पत्ति माली,चन्दा माली इत्यादि सहित बड़ी तादाद में धर्मप्रेमी माताएं,पुरुष, कार्यकर्ता तथा काफी भक्तजन उपस्थित रहे।