शक्ति और कर्त्तव्य भावना से ही भारत राष्ट्र का हित हो सकता है
मोनू सुरेश छीपा। द वॉयस ऑफ राजस्थान
शाहपुरा जिले में
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख श्री श्याम मनोहर जी ने शाहपुरा में प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन में ये विचार व्यक्त किये।
उन्होंने मात्रृशक्ति की विद्वता, वैश्विक जीडीपी में भारत के 32 प्रतिशत योगदान और समाज के प्राचीन गौरव का स्मरण कराया।
समाज को तोड़ने वाले विमर्श जिसे नेरेटिव कहते हैं ,के माध्यम से समाज को कमजोर करने के दुश्चक्रों से समाज को हुए नुकसान बताए। स्वतंत्रता पर जोर देकर उन्होंने भारत के गौरवमय अतीत को दर्शाते हुए वर्तमान के भारत को जो शक्तिशाली बन रहा है का आभास कराया । अयोध्या में निर्मित हो रहे श्रीराम मंदिर का गौरव प्रकट किया।
मध्यकाल में भारत को इस्लामी व पश्चिमी देशों द्वारा राष्ट्र व समाज विरोधी शक्तियों के माध्यम से तोड़ने के प्रयास किये गये।
स्वतंत्रता के समय भिन्न-भिन्न तरीकों से हमारे समाज को और राष्ट्र को कमजोर करने की कोशिशों का विरोध कर हमें इनसे सावधान रहते हुए राष्ट्र को शक्तिशाली और परम वैभव पर पहुंचाने का आह्वान किया।
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का स्मरण करते हुए उन्होंने शक्तिशाली व विकसित राष्ट्र की परिकल्पना की ।
प्रत्येक व्यक्ति को नागरिक कर्त्तव्यों का पालन करते हुए अपने राष्ट्र की विरासत एवं धरोहर पर गर्व की अनुभूति करायी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शाहपुरा जिला संघचालक श्री शंकरलाल जी तोषनीवाल ने की और मुख्य अतिथि ठाकुर केसरीसिंह जी बारहठ के प्रपौत्र विशाल सिंह जी सौदा रहे। आपने अपने पूर्वजो के योगदान का स्मरण कराया और कार्यक्रम में आंमत्रित करने पर आभार जताया।
कार्यक्रम के अंत में श्री शंकरलाल जी तोषनीवाल ने अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। “आपने जाग उठा है आज देश का वह सोया अभिमान” गीत प्रस्तुत कर प्रेरणा भरी।