*सरपंच पुत्र से बदसलुकी के आरोप में कांग्रेस नेता को भेजा जेल*
*विधायक और एसपी के हस्तक्षेप के बाद हुआ था मामला दर्ज, सोशल मीडिया पर टिप्पणी के बाद सरपंचपुत्र को फोन पर गालीगलौच और धमकाने का है आरोप*
*थांवला नागौर*
गत सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में अपने कांग्रेस नेता और तत्कालीन डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा के पिता रिछपाल मिर्धा के बारें में सोशल मीडिया पर टिप्पणी के बाद ताव में आए आरोपी कांग्रेसी नेता घनश्याम सारड़ा के विरूद्ध मामला दर्ज करने के ढाई माह बाद सरकार बदलते ही हरकत में आई पुलिस ने मंगलवार दोपहर को आरोपी को गिरफ्तार कर मेड़तासिटी न्यायिक मजिस्टे्रट के समक्ष पेश किया जहां से एससी/एसटी कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए। इधर परिवादी शंकरलाल बण्जारा का आरोप है कि मंगलवार शाम के पुलिस कांस्टेबल खुशीराम मीणा का उनके पास फोन आया कि एससी/एसटी एक्ट के अधीन कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष आरोपी घनश्याम सारड़ा, निवासी भैरून्दा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, आपको सूचना दी जाती है कि आप थाने आकर नोटिस प्राप्त करें लेकिन जब बुधवार सुबह परिवादी बण्जारा थाने पहुंचे तो वहां मात्र कागजों में गिरफ्तार आरोपी घनश्याम सारड़ा मौके से नदारद था। मामला बढऩे पर परिवादी के परिजन मौके पर आए और थाने के घेराव की धमकी दी तब जाकर आरोपी को आनन फानन में घर से बुलाकर गुपचुप तरीके से थाने में बिठाया गया। इस सम्बन्ध में मीडिया द्वारा थांवला थानाधिकारी विनोद मीणा से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होने समाचार लिखे जाने तक फोन रिसिव नहीं किया। मेड़तासिटी न्यायालय के लोक अभियोजक गणपत लाल बेड़ा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मामले में बाड़ीघाटी सरपंच प्रतिनिधि शंकरलाल बण्जारा ने गालीगलौच एवं जान से मारने की धमकी देने के आरोप है जिसके तहत न्यायालय में पेश आरोपी घनश्याम सारड़ा को परबतसर जेल भेजने के आदेश पारित हुए।