गौ जानवर नहीं है जान है हमारी इस देश की , गौ प्राणी नहीं है प्राण है हमारे देश का -स्वामी सरस्वती जी महाराज
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गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव)स्थानीय शहर के सिंधी
कॉलोनी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस पर
स्वामी महामंडलेश्वर दयानंद सरस्वती जी ने बताया कि विष्णु और शिव एक ही है शिव विष्णु का हृदय है और विष्णु शिव का हृदय है भगवान कृष्ण गोपियों के घर जाकर चोरी से माखन चुराकर खुद भी कहते थे और अपने शाखों को भी खिलाते थे ,इस दौरान जब गोपियों ने यशोदा मैया से शिकायत की कि आपका लल्ला माखन चोर कर खाता है तो यशोदा मैया ने भगवान कृष्ण को कहा कि ऐसा क्यों करते हो तो भगवान कृष्ण ने कहा कि मुझे तो माखन चुराना ही पसंद है, इसलिए भगवान कृष्ण को माखन चोर के नाम से भी पुकारा जाता है। कथा के दौरान भगवान कृष्ण की झांकी व मटकी फोड़ का भी आयोजन किया गया। कथा में महाराज श्री ने बताया कि
जब गोकुलवासियों पर संकट आया है तो भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपने अनामिका उंगली पर धारण किया तत्पश्चात गोवर्धन भगवान की पूजा अर्चना की परम्परा शुरू हुई।
महाराज श्री ने बताया कि गौ माता जानवर नहीं है जान है हमारे देश की गौ माता प्राणी नहीं है प्राण है हमारे देश का गौ सेवा है ही सबसे बड़ी सेवा है महाराज श्री ने सभी भक्तों से अनुरोध किया कि हम सबको मांग उठानी चाहिए कि गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया जाए जिससे कि गौ माता पर होने वाले अत्याचार बंद हो जाए । कथा में आरती के बाद कृष्णा बाबूजी के महाराज गोपाल महाराज द्वारा पुष्पांजलि कराकर भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।
इस दौरान आयोजक मोहनी देवी, भंवर लाल प्रजापति सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।