जैन महाराज सुनील सागर पहुंचे अढ़ाई दिन के झोपड़े, जैन स्थल होने का किया दावा
कहा- हमारी सांस्कृतिक धरोहर जीवित रहनी चाहिए, मुस्लिम समाज के लोगो ने जताया विरोध
मोनू सुरेश छीपा।
अजमेर मे ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के निकट स्थित अढ़ाई दिन के झोपड़े में कुछ समय पूर्व संस्कृत महाविद्यालय होने का दावा किया गया था तो वही अब जैन समाज के सुनील सागर महाराज ने अढ़ाई दिन के झोपड़े में जैन स्थल होने का दावा किया है ।
मंगलवार को जैन समाज के महाराज सुनील सागर फव्वारा सर्कल से दरगाह बाजार होते हुए ढाई दिन का झोपड़ा पहुंचे, जैन समाज के अनुसार ढाई दिन का झोपड़ा पूर्व में संस्कृत विद्यालय होने से भी पहले एक जैन मंदिर या स्थल था। जिसको लेकर आज उन्होंने साक्ष्य भी जुटाए, अढाई दिन के झोपड़े में मूर्तिया भी देखने को मिली, जैन संत सुनील सागर जी महाराज ने कहा कि इतिहास समय-समय पर बदलता रहता है ऐसे में सभी को उदारता रखनी चाहिए अढाई दिन का झोपड़ा, झोपड़ा नहीं एक ऐतिहासिक वास्तुकला व महल का स्थान था लेकिन अभी यह मस्जिद के रूप में दिखाई दे रहा है । यहां कई ऐतिहासिक मूर्तियां भी स्थापित थी, जिन्हें खंडित किया गया । सबकी अपनी-अपनी मान्यता और धारणाएं होती है, विरासत की सुरक्षा बनी रहे ऐसे में शांति और सद्भावना की आवश्यकता है, संतो के झोपड़े में प्रवेश के दौरान स्थानीय मौलाना द्वारा उन्हें रोकने का भी प्रयास यह कहते हुए किया गया की आप नग्न अवस्था में अंदर प्रवेश नहीं कर सकते । जिस पर विश्व हिंदू परिषद के मौजूद पदाधिकारीयो ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें कहा की हमारे संत ऐसे ही रहते है आपको कोई आपत्ती है या जिसको आपत्ति है यह उनकी समस्या है । इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के साथ पुलिस के जवान भी मौजूद रहे ।
बाइट:- आचार्य 108 सुनील सागर जी महाराज