श्रीमद्भगवद्गीता के अध्ययन से त्रिविध सन्तापों का शमन होता है = क्षेत्र संगठन मंत्री शर्मा।
====
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) संस्कृत भारती गुलाबपुरा द्वारा श्री गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में गीता शिक्षण केन्द्र का वार्षिकोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूज्यपाद संत श्री कृष्ण प्रेमानन्द सरस्वती महाराज ने की व मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता संस्कृत भारती क्षेत्रीय संगठन मन्त्री कमल शर्मा ,विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह जोधा थे। अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। सरस्वती वंदना शंकर लाल सेन भीलवाड़ा जनपद मंत्री के द्वारा प्रस्तुत की गई। अतिथियों के स्वागत एवं परिचय करवाने के पश्चात् सामूहिक मधुराष्टकम् का सस्वर गायन किया। गीता शिक्षण केन्द्र संयोजक हिम्मत सिंह राठौड़ ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह प्रकल्प 30 जुलाई 2023 से अनवरत रूप से डॉ. परमानन्द शर्मा के सानिध्य में गुलाबपुरा नगर में प्रत्येक सोमवार को संचालित किया जा रहा है। संस्कृत भारती चित्तौड़प्रान्त के प्रान्तमन्त्री डॉ परमानन्द शर्मा ने संस्कार, संस्कृति और संस्कृत की रक्षा के लिए नियमित गीता शिक्षण केन्द्र पर आने का सभी से आग्रह किया। क्षेत्रीय संगठन मंत्री कमल शर्मा ने कहा कि भगवत गीता दैहिक देवी के और भौतिक तीनों प्रकार के सन्तापों का शमन करने वाली है। उन्होंनेअपने उद्बोधन के दौरान संस्कृत भाषा की विशेषता बताते हुए इसे कैसे सरलतम रूप में सीखा जा सकता है,बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संत श्रीकृष्ण प्रेमानंद सरस्वती महाराज ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अधिक से अधिक माता बहनों, बच्चों को इस प्रकल्प से जुड़े रहने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह जोधा ने अपने उद्बोधन में बताया कि गीता शिक्षण द्वारा मनुष्य मानसिक तनाव से मुक्त होकर सकारात्मक ऊर्जा को प्राप्त कर लेता है । उन्होंने राजस्थान सरकार की योजना अनुसार सभी को वृक्षारोपण करने एवं वृक्षों का संरक्षण करने के लिए भी प्रेरित किया। संस्कृत भारती भीलवाड़ा विभाग संयोजक परमेश्वर कुमावत ने सभी अतिथियों और उपस्थित बन्धुओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन हिम्मत सिंह राठौड़ गीता शिक्षण केंद्र संयोजक द्वारा किया गया। कल्याण मन्त्र के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। वार्षिकोत्सव के इस भव्य कार्यक्रम में क्षेत्रीय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुलाबपुरा, अरुण कुमार शर्मा संस्कार भारतीय अखिल भारतीय सदस्य,शाहपुरा जनपद मंत्री जगदीश प्रसाद तेली, भीलवाड़ा जनपद मंत्री शंकर लाल सेन, ,सत्यनारायण अग्रवाल प्रधानाचार्य श्री गांधी उमावि, गीता शिक्षण केंद् सहसंयोजक बजरंग लाल शर्मा,कोषाध्यक्ष गिरिराज वैष्णव, महावीर प्रसाद टेलर, खंड संघचालक नरेंद्र कैलानी, रामेश्वरदीप छापरवाल,जमनालाल टेलर,विनोद त्रिपाठी, रतन लाल काबरा, सत्यनारायण राठी, महावीर पाराशर, सहित सैकड़ो कार्यकर्ता महिलाएं, युवा और बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम में
गीता श्लोक स्मरण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
गीता शिक्षण केंद्र गुलाबपुरा के द्वारा विद्यार्थियों के लिए श्रीमद् भागवत गीता ग्रंथ को आधार बनाकर श्लोक स्मरण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विविध विद्यालयों से आए हुए कनिष्ठ वर्ग एवं वरिष्ठ वर्ग के छात्र-छात्राओं ने श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का धारा प्रवाह से सस्वर वाचन किया। गीता श्लोक प्रतियोगिता के निर्णायक प्रान्तगण सदस्य सीताराम शर्मा, भीलवाड़ा विभाग संयोजक परमेश्वर कुमावत एवं शाहपुरा जनपद मंत्री जगदीश प्रसाद तेली रहे!कनिष्ठ वर्ग में अदितिराज राठौड विवेकानंद केंद्रीय विद्यालय हुरड़ा ने प्रथम स्थान, आदित्य राज सिंह राठौड़ विवेकानंद केन्द्रीय विद्यालय हुरड़ा ने द्वितीय स्थान एवं सोहन बैरवा महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय जूना गुलाबपुरा ने तृतीय, सूर्य प्रकाश टेलर ने प्रथम, मीना शर्मा महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय हुरड़ा ने द्वितीय और कविता राठोड श्री गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय गुलाबपुरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को श्रीमद्भगवद्गीता की पुस्तक और प्रमाण पत्र दिए गए। इसके बाद सामूहिक श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का पाठ किया गया।
प्रतियोगिता के पश्चात गीता शिक्षण केन्द्र के नियमित पाठको एवं उपस्थित संस्कृत प्रेमी ,गीता प्रेमी बन्धुओं, माता बहनों और बच्चों द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता के प्रथम और सातवे अध्याय का डॉ. परमानन्द शर्मा के नेतृत्व में लय के साथ सामूहिक वाचन किया गया। श्री परमेश्वर कुमावत भीलवाड़ा विभाग संयोजक द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया।
संस्कृत भारती संगठन के प्रान्त मन्त्री डॉ परमानन्द शर्मा द्वारा संगठन के कार्य विस्तार हेतु नवीन दायित्वों की घोषणा की है। जिसमें हिम्मत सिंह राठौड़ को गुलाबपुरा विकासखण्ड का संयोजक घोषित किया है। इसी प्रकार गीता शिक्षण केन्द्र के संयोजक के रूप में बजरंग लाल शर्मा, सहसंयोजक महावीर छापरवाल तथा गिरिराज वैष्णव को गीता शिक्षक केंद्र के कोषाध्यक्ष के रूप में दायित्व प्रदान किया गया है।
श्रीमद्भगवद्गीता के अध्ययन से त्रिविध सन्तापों का शमन होता है = क्षेत्र संगठन मंत्री शर्मा।
Leave a comment
Leave a comment