ज्योतिष विद्या से जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकते है __ गोपाल केसावत
जयपुर
श्री वेदामृतम् संस्थानम् फ़ाउंडेशन जयपुर द्वारा आयोजित ऋषिपंचमी महोत्सव और विद्धत सम्मान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप मे गोपाल केसावत पूर्व राज्यमंत्री एंव संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोक सुराज ने ज्योतिष और वास्तुशास्त्र के सम्मान समारोह मे सम्मानित राष्ट्रीय स्तर पर ज्योतिषियों एंव वास्तु शास्त्रियो को सम्मानित किया गया। यह सम्मान आयोजन सचिव पंडित दिलीप के अवस्थी, विधायक हवामहल जयपुर महंत बालमुकंदाचार्य द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर गोपाल केसावत को उनके ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सभी ज्योतिषियों उन्हें उनकी विद्वता और ज्ञान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिया गया ।
संबोधित करते हुए गोपाल केसावत ने बताया कि ज्योतिषियों और आप लोगों की ज्ञान और विद्या के कारण ही हम अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बना पाते हैं। आपकी विद्या से हमें अपने भविष्य को बेहतर बनाने का मार्गदर्शन मिलता है और हम अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बना पाते हैं।
ज्योतिषं वास्तुशास्त्रम् च, द्वे विद्ये पारंगते सदा।
ताभ्यां विना क्रिया सर्वा, सफला न भवति कदाचन।”
अर्थ: ज्योतिष और वास्तुशास्त्र दो ऐसी विद्याएं हैं जिनमें पारंगत होने से किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त होती है। कार्यक्रम में श्याम बिहारी सिंह कुम्हेर , गौरव राज जंडेल , हरीश शर्मा उपस्थित रहे ।