राधा अष्टमी पर प्रार्थना उपवास और दान जैसे कई अनुष्ठान किए जाते हैं।सीमा पारिक
महावीर वैष्णव महुआ
महुआ अंसल सुशांत सिटी भीलवाड़ा में राधा अष्टमी कार्यक्रम हर्ष और उल्लास से मनाया गया। विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी प्रांत छात्रा प्रमुख सीमा पारीक ने बताया आज ही के दिन राधा अष्टमी का त्योहार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है. इस दिन राधा रानी के जन्मदिन को मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण की प्रेयसी राधा रानी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला पर्व है. इस दिन विधि विधान के साथ राधा रानी की पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है. वैवाहिक जीवन में खुशहाली की कामना से विवाहित महिलाएं ये व्रत करती हैं. राधा अष्टमी पर प्रार्थना, उपवास, और दान जैसे कई अनुष्ठान किए जाते हैं. राधा अष्टमी, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के 14-15 दिनों बाद मनाई जाती है. ऋषि अष्टावक्र राधा जी की बात से बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने राधा जी को आजीवन किशोरी रहने का वरदान दिया, इसलिए राधारानी को किशोरी नाम से भी जाना जाता है. राधा अष्टमी का कार्यक्रम दुर्गा वाहिनी की बहने बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाती है।