शाहपुरा में तीन शताब्दी की परंपरा अनुसार भगवान श्री चारभुजा नाथ की राजसी अंदाज से नगर भ्रमण पर निकल जलविहार किया
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा शाहपुरा जिला मुख्यालय के धर्म और भक्ति की नगरी शाहपुरा शहर में 300 वर्ष से ज्यादा पुरानी परंपरा के अनुसार भगवान श्री चारभुजा नाथ राजसी परंपराअंदाज में 21 भगवानों के बेवाण के साथ महलों के चौक से नगर भ्रमण कर पिवणीया तालाब पर जलविहार किया भगवान के जय करो से आकाश गुंजाईमान रहा जानकारी के अनुसार गोपाल चंद्र प्रकाश रविंद्र पराशर ने बताया कि शाहपुरा के इतिहास एवं राजसी परंपराअनुसार सामाजिक और धार्मिक आस्था से हजारों नगर वासी भक्तों द्वारा भगवान श्री चारभुजा नाथ एवं शाहपुर नगर के मुख्य 21 मंदिरों से भगवान चांदी के बेवाण में हीरे मोती माणक पन्नो से आकर्षक पोशाक में इत्र एवं फूलों के खुशबू से श्रृंगारित होकर गाजेबाजे मंगलीक गीत भजनों की धुन पर नाचते गाते गुलाब की पंखुड़ियां की पुष्प वर्षा के मध्य में भगवान के जयकारों के साथ भाव विभोर होकर नाचते श्रद्धा भाव से भगवान को नमन करते आरती उतारते हजारों भक्त नागरिक भगवान की बेवाण के कतार के साथ श्री रामदेव दरबार बजे के साथ भगवान राधा कृष्ण ,भगवान रामदेवजी, भगवान शिव जी राम दरबार हनुमान श्रीनाथजी काली माता अघोरीकी जीवंत झांकी के साथ भगवान जलविहार के लिए नगर भ्रमण पर शोभा यात्रा के साथ नगर के मुख्य मार्ग से निकले एवं पिवणीयितालाब पर सामूहिक बेवाणो के साथ पहुंचे जहां पर भक्तों ने जयकारों के साथ महा आरती कर हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की गगनचुंबी जयकारों से भगवान को जल विहार कराया देर शाम से लेकर देर रात तक भगवान के विमान शाहपुर नगर केघर-घर पर पर भगवान धार्मिकआस्था के साथ पहुंचे जहां पर महा आरती कर महाप्रसाद का वितरण किया गया ब्रह्म मुहूर्त में भगवान मंदिर पहुंचे एवं प्रत्येक श्रद्धालु भक्त के सिर पर विराजित होकर मंदिर के गर्भ ग्रह में मंगला आरती पुजारी द्वारा की गई इस मौके पर आदित्य सोनी देव कृष्ण पाराशर संजू सोनी मनोज सोनी राकेश भट्ट घीसू वैष्णव सांवरिया गोड आदि भक्त मौजूद रहे